चीनी भारतीय सैनिकों की गलवान घाटी में मुठभेड़ में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद देशभर में चीनी वस्तुओं को बॉयकॉट किया जा रहा है.

NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, विरोध प्रदर्शक चीनी सामान का बहिष्कार करके बहुत से लोग चीन की घुसपैठी का मुहतोड़ जवाब दे रहे हैं.  

Business Standard

देश के कई हिस्सों में चीनी झंडे, चीनी सामान, राष्ट्री शी जिनपिंग के पुतले जलाये जा रहे हैं.

दक्षिणी दिल्ली के डिफ़ेंस कॉलनी के आरडब्लूए (रेसिडेंट्स वेलफ़ेयर एसोशिएशन) ने ‘चीन के ख़िलाफ़ जंग’ छेड़ दी है. वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में आरब्लूए के प्रेसिडेंट मेजर रंजीत सिंह ने भारतीय सैनिकों की निर्मम हत्या का ज़िक्र किया और लोगों से चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने का आह्वान किया. इस ऑडियो क्लिप में उन्होंने ये भी कहा कि ‘दुख कि बात है कि हम बंदूक और गोलियों से जवाब नहीं दे सकते हैं.’   

Wkyt

News18 की रिपोर्ट के अनुसार, सिलीगुड़ी के मशहूर हॉन्ग कॉन्ग मार्केट ने बीते बुधवार को अपना नाम बदलने और चीनी सामान न बेचने का निर्णय लिया. मार्केट कमिटी के प्रेसिडेंट तपन साहा ने इस बात की जानकारी दी. 

सिलीगुड़ी का हॉन्ग कॉन्ग मार्केट चीनी सामानों के लिए विख्यात है. यहां इल्केट्रॉनिक सामान से लेकर कॉस्मेटिक्स तक सबकुछ मिलता है. 

News18

कूच बिहार, सिलीगुड़ी के बागडोगड़ा समेत उत्तरी बंगाल के कई ज़िलों में चीन के ख़िलाफ़ जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ. यहां भी चीनी राष्ट्रपति के पुतले फूंके गये. इन रैलियों को विभन्न राजनैतिक पार्टियों ने भी समर्थन किया. 

The New York Times

Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी चीनी झंडे और राष्ट्रपति के पुतले फूंके गये. प्रदर्शकों ने चीनियों के ख़िलाफ़ नारे भी लगाए. इसी तरह के विरोध बिहार और गुजरात के कई हिस्सों में भी देखे गये.  

सूरत में लोगों ने चाइनीज़ टीवी तोड़कर विरोध जताया

ANI की एक रिपोर्ट के अनुसार, केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने चाइनीज़ फ़ूड बेचने वाले रेस्टोरेंट्स पर पाबंदी लगाने की मांग की. अठावले ने लोगों से चाइनीज़ फ़ूड का भी बहिष्कार करने की अपील की.