हम कोविड- 19 पैंडमिक के साथ जीना सीख रहे हैं. रोज़मर्रा की ज़िन्दगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. हालांकि कोविड- 19 की अब तक कोई वैक्सीन नहीं आई है. दुनिया में कहीं-कहीं कोविड- 19 को फैलने से रोक लिया गया है, वहीं कुछ क्षेत्रों में कोविड- 19 अब भी तेज़ी से फैल रहा है.

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Live Science में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के Hubei क्षेत्र में एक 55 वर्षीय व्यक्ति को कोविड- 19 संक्रमण हुआ था. कोविड- 19 संक्रमण का कन्फ़र्मेशन आज ही के दिन, 2019 में हुआ था. 

The Wire की एक रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले भी चीन में कोविड- 19 केस आए होंगे. वहीं WHO ने चीन में पहला केस कन्फ़र्म होने की तारीख़ 8 दिसंबर बताई है.  
WHO की ही रिपोर्ट के अनुसार, चीन के बाहर पहला केस 13 जनवरी को थाईलैंड में दर्ज किया गया. 
भारत में कोविड- 19 का पहला केस 30 जनवरी को केरल में दर्ज किया गया. 

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Wuhan क्षेत्र के डॉक्टर्स ने तो कोविड- 19 वायरस की मौजूदगी दिसंबर के आख़िर में दर्ज की. पहले अधिकारियों को लगा कि शहर के Seafood Market में बिक रही किसी वस्तु से ये वायरस फैल रहा है. बाद में ये साफ़ हो गया कि उस बाज़ार से ये वायरस नहीं फैला था. 

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कोविड- 19 के सबसे पहले दर्ज किए केस में एक ऐसा भी व्यक्ति था जिसका उस Seafood Market से कोई संपर्क नहीं था. इस व्यक्ति के अलावा भी कई संक्रमित व्यक्ति थे जिनका उस बाज़ार से कोई लेना-देना नहीं था.  

काफ़ी शोध के बाद पता चला था कि एक चमगादड़ की वजह से कोविड- 19 वायरस ने दुनिया में तबाही मचाई. सोचिए, एक छोटा सा चमगादड़. हालांकि कई लोग आज भी ये मानते हैं कि ये वायरस चीन के लैब में बनाया गया है.  

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दुनियाभर में कोविड- 19 के अब तक 55, 389, 375 से ज़्यादा केस और इस वायरस से 1,333,019 लोग मारे जा चुके हैं. भारत अभी भी कोविड केस के मामले में दूसरे नंबर पर बना हुआ है और अमेरिका टॉप पर है. भारत में कोविड से 1.3 लाख से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं और अब तक 8.8 करोड़ से ज़्यादा लोग पॉज़िटिव पाए जा चुके हैं. 

हमारी आपसे अपील है कि इस वायरस को हल्के में न लें, मास्क पहनें और ज़रूरत न होने पर घर से बाहर न जाएं.