ड्रग्स आज भी एक अंतराष्ट्रीय समस्या बना हुआ है. हर साल लाखों लोग केवल तंबाकू के सेवन से ही अपनी जान गंवा देते हैं, लेकिन तंबाकू या सिगरेट जैसे नशे इंसान को धीमी मौत देते हैं. वहीं दुनिया में कुछ ड्रग्स ऐसे भी हैं, जो इंसान को झन्नाटेदार नशा देते हैं, लेकिन तेजी से उनकी मौत की कहानी लिखना भी शुरु कर देते हैं.

यूं तो दवाइयों से लेकर मीठे की तलब, घंटों टीवी देखना, अपने आपको लेकर घमंड भी एक प्रकार के नशे की श्रेणी में ही आता है लेकिन ये ‘सामाजिक ड्रग’ आपको मौत की कगार पर नहीं ले जाते. कई लोग नशे का इस्तेमाल केवल अपनी समस्याओं से दूर भागने के लिए भी करते हैं पर नशा उतरने के बाद लोगों को एक बार फिर अपनी समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है और इन्हीं परिस्थितियों में लोग एक बार फिर नशे की तरफ कूद पड़ते हैं, जिससे ये उनकी आदत में शुमार होता चला जाता है.

कई बार लोग केवल दोस्तों की देखा-देखी नशे की दुनिया में कूद पड़ते है. कई बार इसका कारण अवसाद, डिप्रेशन या महज बोरियत भी हो सकती है, लेकिन इस बात में कोई दो राय नहीं कि इस दुनिया में प्रवेश करने के बाद हर इंसान के लिए सामान्य जिंदगी में लौट आना आसान नहीं होता.

क्रोकोडिल नाम का एक ड्रग भी आजकल दुनिया में एक नई सनसनी के रूप में पहचान बना रहा है. नशे के आदी कई लोग इस नए ड्रग को हाथों हाथ ले रहे हैं क्योंकि इस ड्रग का एक हिट ही लोगों को असीम आनंद का अनुभव कराता है. लेकिन साथ ही इसका महज एक बार इस्तेमाल भी बेहद घातक साबित हो सकता है.

कोडेलिन, गैसोलिन, पेंट थिनर, हायड्रोक्लोरिक एसिड, आयोडिन और रेड फॉस्फोरस के कॉकटेल से बनने वाला ये खतरनाक ड्रग धीरे-धीरे विश्व स्तर पर एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आ सकता है. दुनिया के सबसे डेडली ड्रग हेरोईन को बनाने में जितना पैसा खर्च होता है उससे करीब तीन गुना कम कीमत में इस ड्रग को बनाया जाता है, शायद यही कारण है कि ये कई लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय भी होता जा रहा है.

एक बार इसे अपने शरीर में इंजेक्ट कर लेने के बाद ये ड्रग इंसान के शरीर को अंदर से खोखला करना शुरु कर देता है, जिसकी वजह से व्यक्ति की खून की धमनियां फट सकती है और शरीर में मौजूद टिशूज़ खत्म हो जाते हैं. इसके इस्तेमाल से लोगों की त्वचा अंदर से खत्म होने लगती है और ये आपके शरीर को पपड़ीला बनाना शुरु कर देता है. त्वचा का रंग बदलने के साथ ही साथ आपके शरीर पर गहरे घाव होने लगते है.

पूर्वी यूरोप और रूस में हर साल कई हजार लोगों की ड्रग्स की चपेट में आने के बाद मौत हो जाती है. रूस में महज हेरोईन से हर साल 30000 लोग काल के गाल में समा जाते हैं लेकिन फिर भी ये जानलेवा ड्रग क्रोकोडिल बेहद मशहूर हो रहा है. कोई भी इंसान जिसके पास मोर्फिन की मात्रा उपलब्ध है, वो इस ड्रग को घर पर भी बना सकते हैं. शायद यही कारण है कि अब तक इस नशे के 30 लाख लोग आदी हो चुके हैं.

इस ड्रग का नाम भी क्रोकोडाइल यानि मगरमच्छ पर पड़ा है क्योंकि इस ड्रग के ज्यादा इस्तेमाल से लोगों की स्किन मगरमच्छ जैसी होने के खतरे काफी बढ़ जाते हैं.

इस ड्रग्स का इस्तेमाल करने वाले कई लोगों की कहानियां बेहद भयानक है. हाल ही में एक 17 साल की लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया क्योंकि उसके आतंरिक अंगों में बेहद तकलीफ थी. डॉक्टर जहां पहले इसे सेक्सुअली ट्रांसमिटेड बीमारी समझ रहे थे वहीं बाद में पता चला कि इस लड़की ने इस ड्रग को अपने आतंरिक अंगों में ही इंजेक्ट कर लिया था जिससे उसके अंदरूनी अंगों ने सड़ना शुरु कर दिया था. इस पोस्ट को शेयर करें ताकि लोगों को इस खतरनाक ड्रग के बारे में जानकारी मिल सके.