साध्वी प्रज्ञा ठाकुर. मालेगांव धमाकों में शामिल होने के शक़ में ATS प्रमुख हेमंत करकरे ने हिरासत में लिया था. कुछ दिनों पहले कोर्ट ने ज़मानत पर रिहा किया. सुबह बीजेपी में शामिल हुई और दिन ढलने से पहले बीजेपी ने भोपाल से टिकट दे दिया.
#WATCH Pragya Singh Thakur:Maine kaha tera (Mumbai ATS chief late Hemant Karkare) sarvanash hoga.Theek sava mahine mein sutak lagta hai. Jis din main gayi thi us din iske sutak lag gaya tha.Aur theek sava mahine mein jis din atankwadiyon ne isko maara, us din uska anth hua (18.4) pic.twitter.com/COqhEW2Bnc
— ANI (@ANI) April 19, 2019
शाम तक साध्वी ने बयान वापस लेते हुए कहा कि देश के दुश्मनों को मेरे बयान से फ़ायदा हो रहा है इसलिए मैं अपना बयान वापस ले रही हूं और माफ़ी मांग रही हूं.
Pragya Singh Thakur, BJP LS candidate from Bhopal, on her statement on Mumbai ATS Chief late Hemant Karkare: He (Hemant Karkare) died from the bullets of terrorists from the enemy country, he is certainly a martyr. https://t.co/q3wz0t2FWK
— ANI (@ANI) April 19, 2019
मुंबई हमलों के लगभग 11 साल और साध्वी के बयान के लगभग 10 दिन बाद हेमंत करकरे की सबसे बड़ी बेटी, जुई नवारे ने चुप्पी तोड़ी है. Indian Express के मुताबिक जुई ने कहा
मौत के पास पहुंचकर भी वो अपने शहर को, देश को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे थे और मैं चाहती हूं सब ये याद रखें.
-जुई नवारे
साध्वी प्रज्ञा के बयान पर जुई ने कहा,
मैं उसके बयान को एहमियत नहीं देन चाहती. मैं सिर्फ़ हेमंत करकरे के बारे में बात करूंगी. वो रोल मॉडल थे और उनका नाम सम्मान से ही लिया जाना चाहिए.
-जुई नवारे
अपने पिता को याद करते हुए जुई ने आगे कहा,
उन्होंने हमें सिखाया कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. कोई धर्म दूसरों की हत्या करने की सीख नहीं देता. 24 साल के अपने करियर में उन्होंने सभी की सहायता की. उन्हें अपनी यूनिफ़ॉर्म से सबसे ज़्यादा प्यार था और उसको ख़ुद से, हम सब से पहले रखते थे.
-जुई नवारे
जुई अमेरिका में अपने पति और 2 बेटियों के साथ रहती हैं. मालेगांव ब्लास्ट पर जुई ने कहा,
पापा उसकी जांच में पूरी तरह से मशगूल थे. मेरी मां को हमेशा उनकी ज़िन्दगी की चिंता लगी रहती थी.
-जुई नवारे
साध्वी प्रज्ञा को टिकट देने पर कई लोगों ने प्रश्न किया पर बीजेपी के कई दिग्गज इस निर्णय को सही ठहरा रहे हैं. रही बात हेमंत करकरे की, तो उनके मन में देशवासियों के लिए जो सम्मान है वो बना रहेगा. इसे किसी का बयान बदल नहीं सकता.