दिवाली की अगली सुबह देश की राजधानी के लिए ख़ास होती है. उस सुबह आखिरी रात जलाए गए पटाखों से निकले धुंए से तैयार ज़हर को नापा जाता है.
हालत का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि जिस मशीन से इसकी जांच होती है, उसमें माप 999 से ऊपर नहीं जा सकता. दिल्ली के आनंद विहार, मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम और मंदिर मार्ग के इलाकों ने उस स्तर को आज सुबह बहुत आसानी से छू लिया.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले Air Quality And Weather Forecasting And Research के सिस्टम के अनुसार, कुल मिलाकर कर दिल्ली का AQI आज सुबह 467 था, जिसे बहुत ख़तरानक माना जाता है.
उच्च अदालत के आदेश के अनुसार सिर्फ़ कम प्रदूषण वाले पटाखे जलाने की स्वकृती मिली थी, बावजूद इसके दिल्ली वालों ने अपने स्वास्थय की परवाह किए बिना हर तरह के पटाखे जलाए.
उच्च अदालत ने सिर्फ़ 8 से 10 बजे तक ही पटाखे जलाने की अनुमति दी थी. पूरी दिल्ली में इस आदेश की अवहेलना हुई. पुलिस ने खुद भी माना की एपेक्स कोर्ट के आदेश की अवहेलना हुई है और वो ऐसा करने वालों के ख़िलाफ़ गंभीर क़ानूनी कार्यवाही करेगी.
अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में वायु की गुणवत्ता इसी स्तर पर रहने वाली है.