दिल्ली पुलिस के एक पुलिसकर्मी पर बेहद संगीन आरोप लगे हैं. आरोप है कि एक पुलिसवाले ने अपनी दो महिला सहकर्मियों के साथ बदतमीज़ी की और उनके साथ छेड़-छाड़ की कोशिश की. पुलिसवाला नशे की हालत में था. जब उसे ऐसा करने से रोका गया, तो वो छत पर चला गया और एक अन्य महिला कॉन्स्टेबल के सामने Masturbate करने लगा.

पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में हुई इस घटना के बाद पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है. घटना शनिवार रात को हुई थी.

जांच में पता चला कि पहले इस पुलिसकर्मी ने दो महिलाओं को गलत तरह से छूने की कोशिश की थी. जब उसे रोका गया, तो वो अपने कमरे में चला गया, जहां उसने और शराब पी, इसके बाद उसने एक अन्य महिला के सामने छत पर Masturbate किया. अब पुलिसकर्मी के खिलाफ़ डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी की जा रही है.

कुछ दिन पहले ऐसी एक अन्य घटना भी सामने आई थी. मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में लड़कियों को देखकर Masturbate करने वाले शख्स को रेलवे पुलिस ने गिरफ़्तार किया.

दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स के फ़ेस्ट में गई मिरांडा हाउस कॉलेज की एक छात्रा के साथ भीड़ में खड़े एक युवक ने गिरी हुई हरकत की और छात्रा की जींस पर ही Masturbate कर दिया.

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ऐसी और भी घटनाएं आये दिन सामने आती ही रहती हैं, जहां कोई पुरुष सार्वजनिक जगहों पर बेशर्मी से अपनी हवस का प्रदर्शन करता है और अपने आस-पास मौजूद लोगों को असहज महसूस करवाता है. जहां ऐसा करना कई मर्दों के लिए एक आम बात है, वहीं दूसरी ओर हम औरतों द्वारा ऐसा किये जाने के बारे में सोच भी नहीं सकते. लोग अकसर लड़कियों को ‘लाज’ की नसीहत देकर कई काम करने से रोकते रहते हैं, लेकिन कुछ मर्दों के लिए खुले-आम बेशर्मी करना भी स्वीकार्य हो चला है.

सोचने वाली बात है कि क्या हया की कुछ नसीहतें इन मर्दों को भी दिए जाने की ज़रूरत नहीं है? क्या इस तरह के असामाजिक तत्व हमारी संस्कृति के लिए ख़तरा नहीं हैं?