स्मॉग की समस्या से लड़ने के लिए दिल्ली में एक प्रोजेक्ट की शुरुआत हो गई है. आज से दिल्ली का पहला स्मॉग टावर काम करना शुरू कर देगा.
Hindustan Time के रिपोर्ट के अनुसार, साउथ दिल्ली के लाजपत नगर मार्केट में 20 फ़ीट का एयर प्यूरिफ़ायर लगाया गया है. अनुमानत: इस मार्केट में हर रोज़ 15 हज़ार लोग आते हैं. दावा ये है कि इस प्यूरिफ़ायर से PM 2.5 और PM10 के कण 80 % कम हो जाएंगे.
#Delhi gets first #smog tower to combat #Airpollution in LajpatNagar, cost borne by @BjpEastdelhi‘s #MP @GautamGambhir Foundation
— The Sunil Kapoor™ (@sunilkapoor8) January 3, 2020
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नवंबर 2019 में बढ़ते प्रदूषण के देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्य और केंद्र सरकार से एक रॉड मैप की मांग की थी, जिसके तहत वह इस समस्या से निजात पाने की कोशिश करेंगे. इसमें स्मॉग टावर का भी ज़िक्र था.
चीन में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए स्मॉग टावर लगाए गए हैं. चीन की राजधानी बीज़िंग और Xi’an शहर में विशालकाय एयर प्यूरिफ़ायर लगाए गए हैं.
IIT दिल्ली और मुंबई की टीम मिल कर अमेरिका के Minnesota विश्वविद्यालय के साथ इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. इसी अमेरिकी विश्वविद्यालय ने भी चीन के Xi’an शहर में प्रोजेक्ट लगाने में मदद की थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में लगाए गए टावर के कीमत लगभग 7 लाख रुपये है, और इसके ऊपर लगभग प्रति महीने 30 हज़ार रुपये का ख़र्च आएगा. मासिक ख़र्च का वहन बाज़ार के दुकानदार मिलकर करेंगे. टावर अपने आसपास के 750 मीटर की हवा को प्यूरिफ़ाई करेगा.
हालांकि विशेषज्ञों का अनुमान है, इसका फ़ायदा नहीं होने वाला है. Centre For Science And Environment की Executive Director अनुमिता राय चौधरी ने Hindustan Times को कहा, ‘दिल्ली जैसे शहर में जहां प्रदूषण उच्च स्तर पर है, मौसम बदलता रहता है और प्रदूषण के कई सारे कारण हैं, ऐसी चीज़ों में पैसे लगाना फ़ायदेमंद नहीं है.’