देश की राजधानी दिल्ली में शराब ख़रीदने के ई-टोकन के लिए केजरीवाल सरकार ने गुरुवार को एक आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च की थी. लेकिन शुरू होने के बाद से अब तक ये वेबसाइट शराब की भारी मांग के कारण दूसरी बार क्रैश हो गई है. 

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गुरुवार को वेबसाइट शुरू होने के साथ ही जब लोगों ने www.qtoken.in पर ई-टोकन के लिए लॉग-इन किया तो इसने काम बंद कर दिया. शुक्रवार शाम को भी इसके सर्वर पर 404 एरर दिखाई देने लगा. इसे लेकर ग्राहकों के बीच नाराज़गी देखी जा रही है. 

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बता दें कि 4 मई को केंद्र सरकार के आदेश के बाद दिल्ली में शराब की 200 दुकानें खोलने की अनुमति दी गई थी. इसके बाद से ही दिल्ली में शराब ख़रीदने के लिए हज़ारों लोग सड़कों पर निकल आए और शराब की दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग गईं. इस दौरान शराब की कुछ दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह उल्लंघन किया गया. इसके बाद भीड़ के कारण क़रीब 50 दुकानें ही खुल पाईं. 

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दिल्ली में शराब की ख़रीदारी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन न हो इसके लिए केजरीवाल सरकार ने ई-टोकन सिस्टम बनाकर राजधानी में शराब बेचने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया. 

क्या हैं ई-टोकन के फ़ायदे? 

दिल्ली सरकार ने शराब बिक्री के लिए ई-टोकन सिस्टम लागू किया है. सरकार ने यह सिस्टम शराब की दुकानों पर लग रही भीड़ के मद्देनजर लिया है, ताकि दुकानों पर नियमानुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सके. सरकार ने गुरुवार को बताया कि इसके लिए एक वेब लिंक जारी किया गया है. इस लिंक पर जाकर ग्राहक अपनी जानकारी भर कर शराब ख़रीदने का समय ले सकता है. इसके बाद ग्राहक के मोबाइल पर ई-टोकन भेज दिया जाएगा.

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इस दौरान ग्राहक तय समय पर ही ई-टोकन लेकर शराब ख़रीदने जा सकता है. 1 घंटे में केवल 50 लोगों को ही शराब की दुकान पर आने की अनुमति होगी. इससे सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित होगी, ई-टोकन रखने वालों के लिए एक अलग लाइन होगी. 

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शराब बिक्री के लिए बन गई हैं कई फ़र्जी बेवसाइट्स 

अब ठगों ने दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग के नाम पर फ़र्जी वेबसाइट बनाकर शराब बेचना शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं इन फ़र्जी वेबसाइट्स ने ग्राहकों को होम-डिलीवरी से शराब पहुंचाने का झांसा भी दिया है. इस मामले में दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और साइबर सेल से लिखित में शिकायत की है.

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शिकायत पत्र में कहा गया है कि शराब बिक्री के लिए बनाई गई इन फ़र्जी वेबसाइट्स का सोशल मीडिया के ज़रिये प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. इन विज्ञापनों में सुबह 10 से शाम 6 बजे तक सरकारी शराब की होम डिलीवरी का वादा किया जा रहा है. आबकारी विभाग का तमाम वेबसाइट्स से कोई वास्ता ही नहीं है.