दिल्ली के लेफ़्टिनेंट जनरल, अनिल बैजल ने जेसिका लाल की हत्या के दोषी, मनु शर्मा को तिहाड़ जेल से रिहा करने की मंज़री दे दी है.

Hindustan Times की एक रिपोर्ट के अनुसार, बैजल ने मनु के अलावा 18 अन्य क़ैदियों को समय से पहले रिहा करने के आदेश को मंज़ूरी दी. सभी क़ैदियों को बीते सोमवार को तिहाड़ से रिहा किया गया.  

Rediff

नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सेटेंस रिव्यू बोर्ड की एक मीटिंग में मनु शर्मा का नाम भी रिहा किए जाने वाले क़ैदियों की लिस्ट में शामिल किया गया था. बोर्ड की बैठक में 37 क़ैदियों के केस रखे गये थे, जिनमें से 22 को रिहा करने पर सहमति बनी. अंतिम फ़ैसला एलजी बैजल पर छोड़ा गया था. 


NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, मनु शर्मा पेरोल पर जेल से बाहर था. उसने लगभग 17 साल जेल में बिताए. ‘अच्छे स्वभाव’ के आधार पर मनु को छोड़ दिया गया.  

नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सेटेंस रिव्यू बोर्ड की एक मीटिंग में मनु शर्मा का नाम भी रिहा किए जाने वाले क़ैदियों की लिस्ट में शामिल किया गया था. बोर्ड की बैठक में 37 क़ैदियों के केस रखे गये थे, जिनमें से 22 को रिहा करने पर सहमति बनी. अंतिम फ़ैसला एलजी बैजल पर छोड़ा गया था. 


NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, मनु शर्मा पेरोल पर जेल से बाहर था. उसने लगभग 17 साल जेल में बिताए. ‘अच्छे स्वभाव’ के आधार पर मनु को छोड़ दिया गया.  

The Hindu

सिद्धार्थ वशिष्ठ उर्फ़ मनु शर्मा ने 30 अप्रैल, 1999 को मॉडल, जेसिका लाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जेसिका ने मनु को ड्रिंक सर्व करने से मना कर दिया था. मनु शर्मा, नेता विनोद शर्मा का बेटा है. फरवरी 2006 को शर्मा को सिटी कोर्ट ने बरी कर दिया था, जिसके बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए थे. हाई कोर्ट ने लोअर कोर्ट के फ़ैसले को पलटते हुए, शर्मा को दिसंबर 2006 में उम्रक़ैद की सुनाई थी. 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट द्वारा सुनाए गए फ़ैसले को बरक़रार रखा था.