महाराष्ट्र में बहुमत परीक्षण के लिए सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन से पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने-अपने पदों से इस्तीफ़ा दे दिया है.
बता दें कि शनिवार को बगावत कर उप-मुख्यमंत्री पद संभालने वाले अजित पवार ने 3 दिन बाद ही फ़्लोर टेस्ट से पहले सीएम देवेंद्र फडणवीस को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया है. इसके कुछ ही देर बाद फडणवीस ने भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देकर विपक्ष में बैठने का ऐलान कर दिया है. साथ ही नई सरकार को शुभकामनायें भी दी हैं.
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने फडणवीस सरकार को बुधवार शाम 5 बजे तक बहुमत साबित करने को कहा था. बीजेपी ने अजित पवार के दम पर ही विधानसभा में बहुमत का दावा किया था. लेकिन सोमवार शाम शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने 162 विधायकों की समर्थन मिलने की बात कही थी. इसके बाद से ही फडणवीस के लिए बहुमत साबित करने की राह को मुश्किल माना जा रहा था.
देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने जिस तरह रातों-रात सरकार बनाई थी ठीक उसी तरह एनसीपी चीफ़ शरद पवार ने भी रातों-रात ऐसी फिरकी घुमाई कि अजित पवार को इस्तीफ़े के लिए मज़बूर होना पड़ा.
अब जिस तरह से बीजेपी ने फ़्लोर टेस्ट से पहले ही सरकार बनाने की उम्मीद खो दी है. उससे तो यही लग रहा है कि बुधवार को महाराष्ट्र को एक नए गढ़बंधन (शिवसेना+एनसीपी+कांग्रेस) की सरकार मिलने जा रही है.