हमारे देश में कई अंधविश्वासों का चलन है. बिल्ली रास्ता काट दे तो रुक जाना, उल्टी चप्पल रखने से झगड़े होते हैं… वगैरह वगैरह.
ऐसा ही एक और अंधविश्वास है, बारिश के लिए मेंढकों की शादी करवाने का. देश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश के लिए मेढकों की शादी करवाई जाती है.

भोपाल के लोग इससे 2 कदम आगे निकल गए. भोपाल में तेज़ बारिश हो रही है और इसे रोकने के लिए लोगों ने यहां दो मेढकों का तलाक़ करवा दिया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ 19 जुलाई को भोपाल में बारिश के देवता, इंद्र को प्रसन्न करने के लिए 2 मेढकों की शादी करवाई गई थी. अब भोपाल में मूसलाधार बारिश हो रही है, जगह-जगह पानी भर गया है.



इस समस्या से निजात पाने के लिए 2 मेढकों का तलाक़ करवाया गया है.
11 सितंबर तक मध्य प्रदेश में सामान्य से 26 प्रतिशत ज़्यादा बारिश हो चुकी है. राज्य के ज़्यादातर हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हैं. बीते रविवार को भोपाल में बारिश ने 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया.
भोपाल के कलियासोत डैम और भदभदा डैम के 2 गेट्स खोल दिए गए हैं. 3 साल बाद कोलार डैम के भी दरवाज़े खोले गए.
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भोपाल के निचले हिस्सों में बीते बुधवार बाढ़ का भयंकर प्रकोप देखा गया. बाढ़ के प्रकोप को कम करने के लिए इंद्रपुरी के ओम शिव सेवा शक्ति मंडल ने बीते बुधवार शाम को 2 मेढकों का तलाक़ करवाया.
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