किसी बात के प्रति विरोध जताने का सबका अपना तरीका है, कोई पत्थरों का सहारा ले कर अपना विरोध दर्ज करता है, तो कोई गांधी के पथ पर चलते हुए अहिंसा का मार्ग अपनाता है. आज के समय में आप अपना विरोध किसी भी तरीके से दर्ज कराइये, पर मीडिया आप को ढूंढ़ ही लेती है.

अब जैसे लुधियाना के एक शख़्स की कहानी ही देख लीजिये, जिसने पिछले साल एक कर खरीदी थी. कुछ दिन तक ठीक चलने के बाद आये दिन कार की नई परेशानी सामने आने लगी, जिसे ले कर शख़्स ने कंपनी और शोरूम वालों से संपर्क किया, पर दोनों तरफ से कोई कार्यवाही न होने के बाद आख़िरकार शख़्स ने कंपनी के ख़िलाफ़ अपना विरोध शुरू किया. इसके लिए उसने अपनी नई कार को गधे के ज़रिये बाज़ार में घुमाया, जिससे शायद कंपनी के अधिकारियों का ध्यान उनकी परेशानी की तरफ़ चला जाए.