ड्रग Smugglers नशे की तस्करी के लिए किस हद तक गुज़र सकते हैं, इसकी ताज़ा बानगी देखने को मिली है. एयरपोर्ट पर पारंपरिक सुरक्षा के तरीकों को धता बताते हुए तस्कर Condoms को निगलते हैं और ड्रग्स की तस्करी में कामयाब हो जाते हैं.

सिंगापुर स्थित इंटरपोल ग्लोबल कॉम्प्लेक्स के मुताबिक, ड्रग तस्करी पर लगाम लगाने के लिए एक कैंपेन को शुरु किया गया है. इस कैंपेन का नाम ऑपरेशन लॉयनफ़िश है. इसमें 14 देशों के 2000 पुलिस और कस्टम ऑफ़िसर्स शामिल हैं. इस क्षेत्र में Meth यानि Methamphetamine सबसे ज़्यादा तस्कर किया जाने वाला ड्रग है.

इस कैंपेन का मकसद एयरपोर्ट के पास होने वाली नशीले पदार्थों की तस्करी पर काबू पाना है. इसके दूसरे फेज़ में समुद्री बॉर्डर और ज़मीनी तस्करी पर ड्रग्स की तस्करी को रोकने की कोशिश की जाएगी. इस ऑपरेशन के मुताबिक, पश्चिम अफ़्रीकी और एशिया के क्राइम ग्रुप्स खतरनाक ड्रग Meth यानि Methamphetamine की तस्करी में लिप्त हैं. इस क्षेत्र में ये ड्रग बेहद लोकप्रिय है.

Aerotime

पिछले दो हफ़्तों में पुलिस ने 59 नशीले पदार्थों को जब्त किया है. इनमें से एक चौथाई ड्रग्स Meth के रुप में बरामद हुए हैं. इस ड्रग का 80 फ़ीसदी हिस्सा क्रिस्टल के रुप में था जिसे Ice भी कहा जाता है. गौरतलब है कि क्रिस्टल मेथ को मशहूर अमेरिकन शो Breaking Bad से बड़ी कामयाबी मिली थी.

इसके अलावा पुलिस ने कोकेन, मैरुआना, हेरोईन जैसे ड्रग्स की भी बरामदगी की है. पुलिस ने ये भी कहा कि स्मग्लर्स अब धीरे-धीरे अपने तरीकों में नवीनता ला रहे हैं जिसकी वजह से इन्हें पकड़ना थोड़ा मुश्किल हुआ है.

एक ऐसा ही अजीबोगरीब तरीके के बारे में भी इंटरपोल ने अपनी बात रखी है. स्मगलर्स दरअसल Condoms के पैकेट्स में इस लिक्विड कोकेन को डालते हैं और इन Condoms को निगल लेते हैं. इससे एयरपोर्ट पर मौजूद एक्स-रे जैसी पारंपरिक तकनीक इस बारे में पता नहीं लगा पाती हैं.

इंटरपोल के मुताबिक, UAE प्रशासन ने पाया है कि पिछले कुछ समय में लिक्विड कोकेन की तस्करी में काफ़ी उछाल आया है. इंटरपोल ने एक नशीले पदार्थों के लिए इस्तेमाल होने वाले रुट के बारे में भी पता लगाया है. ये रुट इथोपिया से होते हुए मिडिल ईस्ट और एशिया जैसे क्षेत्रों की तरफ़ जाता है. ये रुट खास तौर पर लिक्विड कोकेन के लिए इस्तेमाल होता है.

Source: Hindustan Times