दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच शाखा ने देश की राजधानी दिल्ली में एक ऐसे गिरोह का पर्दा फ़ाश किया है, जो टूथपेस्ट में Ketamine नाम का ड्रग्स छिपा कर स्मगलिंग किया करता था. क्राइम ब्रांच के मुताबिक, इस ड्रग को कुरियर के ज़रिये विदेशों में भेजा जाता था.

इस बाबत क्राइम ब्रांच ने सतेंद्र कुमार यादव नाम के एक शख़्स को गिरफ़्तार किया है. सतेंद्र के पास से 1 किलो Ketamine भी बरामद हुई है. इंटरनेशनल मार्केट में इस ड्रग की कीमत करीब 25 लाख रुपये है. मौके से पुलिस को टूथपेस्ट के 25 पैकेट मिले हैं, जिनमें से 5 पैकेट में 200 ग्राम Ketamine छिपाया गया था. Ketamine का इस्तेमाल इंसान और जानवरों में दर्द को दूर करने के साथ ही एनेस्थीसिया के लिए किया जाता है. इसकी वजह से ये कई देशों में Ketamine पर बैन भी लगा हुआ है.

पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह का जाल दिल्ली से ले कर बिहार, उत्तर प्रदेश और विदेशों तक फैला हुआ है. पुलिस का कहना है कि सतेंद्र बिहार का रहने वाला है और दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में कॉस्मेटिक्स की दुकान चलाता है.

इससे पहले सतेंद्र के भाई इस काम को संभालता था, जिसे पुलिस ने 2012 में गिरफ़्तार किया था. भाई के गिरफ़्तार होने के बाद सतेंद्र ने इस काम को संभाल लिया और Ketamine के इंजेक्शन बना कर विदेशियों को बेचा करता था.