वैज्ञानिकों को Ross 128 तारे का चक्कर लगाने वाला नया ग्रह मिला है और इस ग्रह पर जीवन होने की भी संभावना बताई जा रही है. हालांकि, वैज्ञानिक इस ग्रह को सीधे नहीं देख पा रहे हैं, लाइट की वेवलेंथ में आने वाले बदलावों के आधार पर ये दावा किया जा रहा है.

पृथ्वी जैसा ये ग्रह 11 लाईट इयर्स दूर है. यहां पानी और जीवन होने की प्रबल सम्भावना जताई जा रही है. ‘Astronomy and Astrophysics’ पत्रिका में ये निष्कर्ष प्रकाशित किये गए हैं.

हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फ़ॉर एस्ट्रोफ़िज़िक्स के वैज्ञानिक मानसवी लिंगम ने बताया कि निस्संदेह ये एक महत्वपूर्ण खोज है, लेकिन इस स्टार का द्रव्यमान काफ़ी कम है और ये ग्रह इसके बहुत क़रीब है. इन दोनों कारणों से ग्रह पर जीवन होने की सम्भावना प्रभावित होती है, लेकिन अभी इसके बारे में बहुत सी चीज़ें पता लगना बाकी हैं.

सूर्य के अलावा किसी तारे का चक्कर लगाने वाले ग्रहों को Exoplanets कहा जाता है. सूर्य के सबसे पास स्थित Exoplanet, Proxima Centauri b है, जो 4.22 लाइट इयर दूर स्थित है.

नासा के वैज्ञानिकों ने अगस्त में यह निष्कर्ष निकाला था कि तारे द्वारा उत्सर्जित हानिकारक किरणों के कारण जीवन की संभावना कम होती है.

इस वर्ष की शुरूआत में नासा ने सात पृथ्वी के आकार के ग्रहों की खोज की जानकारी दी थी, जिनमें से तीन पर जीवन होने की संभावना है. रॉस 128 के घेरे में केवल एक ग्रह है.

अब तक, लगभग दो दर्जन से अधिक ग्रहों पर जीवन होने की संभावना जताई गयी है. किसी ग्रह पर जीवन होने के लिए उस पर तरल पानी होना आवश्यक है. ऐसा होने पर उसे ‘Goldilocks’ कहा जाता है.