गंगा नदी के तट पर टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए My Ganga My Dolphin नाम के प्रोग्राम की शुरुआत हुई. गंगा नदी डॉल्फ़िन दिवस पर शुरू किए गए इस प्रोग्राम को आम भाषा में गंगा डॉल्फ़िन सफ़ारी कहा जा रहा है. इसे गंगा नदी के किनारे बसे 6 शहरों में शुरू किया गया है.

इस प्रोग्राम की शुरुआत राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, वन विभाग और वाइल्ड लाइफ़ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया ने मिलकर की है. इसके तहत गंगा प्रहरी पर्यटकों को नाव की मदद से गंगा में पाई जाने वाली डॉल्फ़िन्स के दर्शन करवाएंगे.

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गंगा डॉल्फ़िन सफ़ारी को यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल के 6 शहरों में शुरू किया गया है. जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार इसे गंगा की पारिस्थितिकी को संरक्षित करने के साथ-साथ क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है.

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इस मौक़े पर जल शक्ति मंत्री, श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राष्ट्र को एक वीडियो कॉन्फ़्रेंस के ज़रिये संबोधित किया. उन्होंने बताया कि गंगा में पाई जाने वाली डॉल्फ़िन्स की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. साथ ही उन्होंने आम लोगों से भी डॉल्फि़न संरक्षण अभियान में शामिल होने की अपील की.

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गंगा नदी डॉल्फ़िन दिवस हर साल 5 अक्टूबर को मनाया जाता है. क्योंकि इस दिन गंगा डॉल्फ़िन को 2010 में राष्ट्रीय जलीय जानवर घोषित किया गया था. माई गंगा माई डॉल्फ़िन कैंपेन के तहत बिजनौर से नरौरा तक 250 किलोमीटर के क्षेत्र में पाई जाने वाली डॉल्फ़िन्स की गिनती भी की जाएगी.