नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने को सप्ताह होने वाला है. इससे पहले देश में शायद ही पहले कभी ट्रैफ़िक नियम, ट्रैफ़िक चालान, सड़क सुरक्षा के ऊपर इतनी बात हुई होगी, जितनी महज़ सात दिनों के भीतर हो गई. देश में ये शायद पहली बार हो रहा होगा कि दो पहिया गाड़ियों के चालान ख़बरी चैनलों की सुर्खियां बन रही हों. 

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सड़क हादसों को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से उठाया गया ये कठोर कदम कितना सफ़ल हो पाएगा ये आंकड़ों के माध्यम से हम जान जाएंगे. फ़िलहाल लोगों को परेशान होने की ख़बरे ही आ रही हैं. 

1. 15 हज़ार की स्कूटी 23000 हज़ार का चलान.

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ये पहला मामला था जो ख़बरों में आया. दिल्ली के मदन लाला, गुरुरग्राम में हरियाणा यातायात पुलिस द्वारा पकड़े गए. बिना हेल्मट गाड़ी चलाने और कागज़ातों की कमी के कारण उनके ऊपर 23000 का चालान ठुक गया. अब मज़ाल है जो मदन लाल कभी बिना डॉक्यूमेंट के स्कूटी पर बैठ भी जाए. 

2. मैं निकला हो गड्डी लेके…

एक ट्रक ड्राइवर दुनिया से अनजान, ख़बरों से दूर अपनी मदमस्त चाल में नियम क़ानून को ठेंगा दिखाते हुए सड़क पर चले जा रहे था. ट्रैफ़िक पुलिस ने पकड़ा तो ट्रक ड्राइवर के ऊपर एक-एक करके दस ट्रैफ़िक नियम तोड़ने का फ़ाइन लगा. मशीन से फड़फड़ाता हुआ 59 हज़ार का पर्चा निकला. ट्रक ड्राइवर के होश ठिकाने आ गए. 

3. चालान देख गुस्से में बाइक फूंक डाली

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दिल्ली में एक युवक नशें में बाइक चला रहा था. पुलिस वाले ने रोका तो बदतमीज़ी पर उतर आया, पता न हो तो बता दें कि ट्रैफ़िक पुलिस से बदसलूकी पर भी चालान कटता है. कुल 25 हज़ार का चालान बना, बाइक 15 हज़ार की बताई जा रही थी. युवक चालान भरने से मना करने लगा और गुस्से में अपनी ही गाड़ी को आग लगा दिया. इसकी वजह से अलग से जेल जाना पड़ा. 

4. कार में भी हेलमेट ज़रूरी है.

हंसी-मज़ाक में लोग कह रहे थे कि अब तक चालान के डर से कार वाले भी हेल्मट पहन कर चलेंगे. मज़ाक सच हो गया. उत्तर प्रदेश की पुलिस मिसाल कायम करती है, बरेली में एक कार चालक को हेलमेट न रखने की वजह से चालान काट दिया गया. बाद में बरेली के यातयात पुलिस विभाग ने ट्वीट कर सफ़ाई दी कि यह चालान उनके विभाग के सिपाही द्वार नहीं काटा गया है. अब चालान जिसके द्वारा भी काटा गया हो, अगले का तो कट गया न! 

5. ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ जूता भी न भूलें.

बहुत लोगों को न पता हो, गियर वाले दो पहिये गाड़ी चप्पल या सैंडल पहन कर चलाना भी ट्रैफ़िक नियमों का उल्लंघन है. अगर आप ऐसा करते पाये गए तो पहली बार में 1 हज़ार का जुर्माना और दूसरी बार में 15 दिनों के जेल भुगत सकते हैं. तो अगली बार बाइक से सब्ज़ी भी लेने जाए तो जूते पहन कर जाए, नहीं तो मुफ़्त में मिलने वाली धनिया हज़ार की पड़ जाएगी. 

भारतीयों की औसत आय दस हज़ार भी नहीं है, ऐसे में अगर कोई 20 हज़ार ट्रैफ़िक नियम तोड़ने के लिए भरने लगा तो बात उसके पेट पर बन आएगी. सड़क सुरक्षा अपनी जगह ज़रूरी मुद्दा है देशवासियों को ये सीख मिलनी चाहिए, लेकिन किसी के घर का चूल्हा बूझा कर या उसे कर्जे में डाल कर ट्रैफ़िक नियम समझाना भी ठीक तो नहीं. बेहतर तो यही होता कि ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने और निरस्त करने के नियम और मज़बूत बनें, उसका भी असर देखने को मिलेगा.