साउथ इथियोपिया में राजधानी Borana से करीब 90 किलोमीटर दूर Yabelo नाम की एक जगह हैं, जहां El Sod स्थित है. इस El Sod को नमक का घर भी कहा जाता है. असल में El Sod एक ऐसी जगह है, जो सालों पहले किसी ज्वालामुखी के फटने की वजह से 1.8 किलोमीटर चौड़ी झील में तब्दील हो गई. इस झील का पानी इतना खारा है कि इसका इस्तेमाल सिर्फ़ नमक बनाने में ही किया जा सकता है. यहां रहने वाले लोग सालों से नमक के धंधे से जुड़े हुए हैं और इथियोपिया, सोमालिया, केन्या समेत कई देशों में इसे भेजते हैं.

पर यहां से नमक निकालना इतना आसान नहीं है, जितना कि दिखाई देता है. ये झील गांव से 340 मीटर नीचे हैं, जहां पहुंचने के लिए 1 घंटा पैदल चल कर 2.5 किलोमीटर एक संकरे रास्ते से गुज़रना पड़ता है. इस जगह को देखने का सबसे उपयुक्त स्थान यहां बनी मस्जिद है.

यहां काम करने वाले लोग किसी कंपनी या बॉस के अधीन काम करने के बजाय फ्री हो कर अपने लिए काम करते हैं. इस झील का पानी इतना खारा है कि इनके जूते, कपड़े सब ख़राब हो जाते हैं, जिसकी वजह से ये लोग बिना कपड़ों के ही झील में उतरते हैं.

इनके पास अपने शरीर को बचाने के लिए भी कुछ ख़ास इंतज़ाम नहीं है. कान और नाक को पानी से बचाने के लिए ये लोग प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल करते हैं, जबकि आंखों के लिए कुछ न होने की वजह से ज़्यादातर लोग अंधेपन का शिकार हो रहे हैं.

अच्छे मौसम के दौरान इस झील में करीब 200 से भी ज़्यादा लोग झील में उतरते हैं, जिनमें बच्चे भी शामिल होते हैं. झील के ख़तरों को जानने के बावजूद मां-बाप पैसों के लिए झील में जाते बच्चों को देखने के लिए मजबूर हैं.

हर सुबह एक आदमी झील में लकड़ी के डंडे ले कर आता है और झील में गोता लगा कर कीचड़ के रूप में काला नमक इकट्ठा करता है.

आसमान से देखने पर भले ही ये झील बहुत ख़ूबसूरत लगे, पर इसकी ज़हरीली गैस वहां भी आपका पीछा नहीं छोड़ती.

यहां काम करने वाले लोगों के मुताबिक वो एक दिन में 3 बार झील में जाते हैं. इसके बाद गधों पर सामान को लाद कर वापिस गांव की तरफ़ लौटते हैं.

यहां रहने वाले ज़्यादातर लोग इस्लाम को मानाने वाले हैं.

यहां ज़्यादातर लोग जोड़े में काम करते हैं कि अगर कोई मुसीबत आ जाये, तो दूसरा उसे बचा ले.

इस झील में तीन तरह का नमक पाया जाता है. काला नमक जानवरों के लिए इस्तेमाल होता है. सफ़ेद नमक इंसान इस्तेमाल करते हैं, जबकि क्रिस्टल नमक काफ़ी महंगा माना जाता है.

25 वर्षीय कबीच 9 सालों से यही काम कर रहे हैं, पर अब वो इस काम से छुट्टी लेना चाहते हैं क्योंकि नमक की वजह से अब उनके कान और आंख में दर्द रहता है.

नमक में काम करने की वजह से यहां के लोगों में त्वचा सम्बन्धी समस्याओं की शिकायत आम है.