चुनाव आते ही ‘चुनाव आयोग’ सक्रिय हो जाता है. इसके पीछे की वजह चुनाव को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना है. अभी हाल ही में चुनाव आयोग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करवाएगा. इसके पीछे की वजह अरविंद केजरीवाल का गोवा में दिया गया बयान था. चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने चुनाव आयोग में रिश्वतखोरी की बात कही थी. इस बयान से आहत निर्वाचन आयोग ने केजरीवाल को कड़े शब्दों में लिखे एक पत्र के ज़रिए कहा कि आयोग के ख़िलाफ़ उनकी टिप्पणियां ‘निराधार’ और ‘अत्याधिक अपमानजनक’ हैं.
EC directs necessary legal action be initiated by filing an FIR/complaint against Arvind Kejriwal for statements on & after 8 Jan in Goa
— ANI (@ANI_news) January 29, 2017
वर्तमान में गोवा में भाजपा की सरकार है. छोटा राज्य होने के कारण अरविंद केजरीवाल वहां आम आदमी पार्टी की सरकार चाहते हैं. इस वजह से वे काफ़ी मेहनत भी कर रहे हैं.

निर्वाचन आयोग ने रिश्वतखोरी के लिए उकसाने को लेकर 20 जनवरी को केजरीवाल की निंदा की थी. आयोग ने सभी आरोपों को दरकिनार कर सख़्त हिदायत दी है कि अगर आम आदमी पार्टी के नेता ऐसी टिप्पणियां जारी रखते हैं, तो उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी.