देश की क़ानून व्यवस्था तो हमें नहीं रोक पाई, देखते हैं विदेश के क़ानून का क्या असर होता है. बात हो रही है सड़क पर कहीं भी पान-गुटखा खा कर थूकने की आदत की.  

भारत में क्या होता है, ये बताने की ज़रूरत तो नहीं है. इंग्लैंड के Leicester शहर में क्या हुआ है, वो जानने लायक बात है.   

एक बोर्ड लगाया गया है ख़ास भारतीयों के लिए, अंग्रेज़ी के साथ-साथ गुजराती में लिखा गया है, जिसे हम हिंदी में बता रहे हैं: ‘सड़क पर पान थूकना अस्वस्थकर और असामाजिक है. आपके ऊपर 150 यूरो (Rs 13,000) का फ़ाइन लगाया जा सकता है.  

स्थानीय पुलिस के अनुसार, ये उस इलाके में ज़्यादा है, जहां भारतीयों की संख्या ज़्यादा है. 2014 में ऐसा करने के लिए लंदन काउंसिल ने 80 यूरो फ़ाइन लगाने का नियम बनाया था. एक रिपोर्ट के अनुसार, साफ़-सफ़ाई के ऊपर 20,000 यूरो खर्च करना पड़ा था.  

वर्तमान में इंग्लैंड में 12 लाख भारतीय रहते हैं, उसमें 6 लाख संख्या गुजरातियों की है.  

भारत में साल 2015 में Economic Times की एक रिपोर्ट रखी गई थी, जिसके अनुसार पश्चिम बंगाल के संतरागाछी इलाके में समाजिक स्थल पर थूकने पर 6 घंटे के भीतर rupees or dollar? 13,000 फ़ाइन वसूल लिया गया था.