आम आदमी पार्टी, अंदरूनी घमासान के बीच भी ईवीएम मशीन को लेकर किए अपने दावों से पीछे नहीं हटा है. आप के विधायक सौरभ भारद्वाज ने अरविंद केजरीवाल के ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों को सही साबित कर दिया है. आज विधानसभा में सौरभ इन्हीं आरोपों को साबित करने के लिए एक ईवीएम मशीन और रिज़ल्ट दिखाने वाली मशीन को साथ लेकर पहुंचे. इस मशीन पर ‘आप’, बीएसपी, बीजेपी, कांग्रेस और एसपी के चुनाव निशान बने थे.

भारद्वाज ने तीन बार मशीन के ज़रिए सभी पार्टियों को दो-दो वोट दिए. पहली दो बार में मशीन ने वही रिज़ल्ट दिखाए, जिस तरह वोट दिए गए थे. लेकिन तीसरी बार में मशीन से वो रिज़ल्ट नहीं मिले, जिस संख्या में वोट दिए गए थे. सौरभ ने दावा किया कि अगर मशीन में इनमें से किसी पार्टी का कोड डाल दिया जाए, तो फिर सारे वोट उसी पार्टी के खाते में जाने लगते हैं.

इसके बाद जब नतीजा देखा गया, तो सारी पार्टियों के खाते में दो-दो वोट दिखे, लेकिन बीजेपी के खाते में 11 वोट दिखे. अगर तीनों बार के वोट भी जोड़ लें, तो भी बीजेपी को 11 वोट नहीं दिए गए थे.

गौरतलब है कि केजरीवाल और मायावती ने पंजाब और यूपी चुनाव हारने के बाद ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे. दोनों ही नेताओं ने छेड़छाड़ के लिए बीजेपी को दोषी ठहराया था. इन नेताओं का आरोप था कि मशीनों से छेड़छाड़ की वजह से दूसरी पार्टियों को पड़े वोट भी गलत तरीके से बीजेपी के खाते में चले गए थे.

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सौरभ ने कहा कि किसी भी ईवीएम में छेड़छाड़ के लिए केवल मदरबोर्ड को बदलने की ज़रुरत पड़ती है. महज 90 सेंकेंड में हैकिंग का ये काम हो जाता है. इन मशीनों को हैक करने के लिए हमें केवल एक हैकर की ज़रुरत है जो मशीन के सॉफ़्टवेयर इंजीनियर से ज़्यादा स्मार्ट हो. अगर चुनाव इसी तरीके की ईवीएम के द्वारा होते रहे तो दुनिया के सबसे बड़ा लोकतंत्र मज़ाक बन जाएगा.

सौरभ ने कहा कि एक बार चुनाव हो जाने के बाद ईवीएम मशीनों को सील कर दिया जाता है. नंबरों को नोट कर लिया जाता है और ईवीएम की सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम कर दिए जाते हैं, लेकिन ईवीएम में छेड़छाड़ तो हो चुकी है.

हालांकि, ये मशीनें वो नहीं है जिन्हें दिल्ली एमसीडी चुनावों में इस्तेमाल किया गया था लेकिन सौरभ का दावा है कि ये मशीनें उसी मशीन से  काफ़ी हद तक मिलती हैं. अगर चुनाव आयोग सौरभ की इस कार्यवाई को सही मानता है तो यूपी, पंजाब विधानसभा चुनावों से लेकर दिल्ली एमसीडी चुनाव भी शक के घेरे में आ जाएंगे. 

Source: Indian Express