उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से एक चौंकाने वाली ख़बर आ रही है. खबर ये हैं कि कानपुर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के एक पूर्व प्रोफ़ेसर ने ख़ुद को अपनी पत्नी के साथ अपने ही फ्लैट में चार महीने तक कैद किए रखा और बीते मंगलवार जब उनको निकाला गया, तो दोनों बेहोश थे.

b’Source:xc2xa0http://www.huffingtonpost.in/2017/03/28/former-iit-kanpur-professor-and-wife-rescued-after-they-locked-t_a_22016373/’

Hindustan Times के अनुसार, आईआईटी के पूर्व प्रोफेसर संजीव दयाल और उनकी पत्नी विद्या कानपुर के पॉश इलाके शारदा नगर में स्थित ट्विन टावर्स के अपने फ्लैट में काफ़ी टाइम से अकेले रह रहे थे. पुलिस ने इन दोनों को फ्लैट के कमरे से बेहोशी की हालत में निकाल कर लाला लाजपत राय अस्पताल में भर्ती कराया है. हॉस्पिटल के सूत्रों के मुताबिक़, दोनों की नब्ज़ धीमीं व धड़कन असामान्य है और दोनों की हालत फिलहाल नाज़ुक बनी हुई है. चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.एस. कुशवाहा ने बताया कि ऐसा लगता है कि दोनों ने पिछले कुछ दिनों से कुछ नहीं खाया है.

गौरतलब है कि इस दम्पति ने ख़ुद को चार महीने से कमरे में बंद कर रखा था, लेकिन किसी को भी इसकी ख़बर नहीं थी. इस मामले की ख़बर पुलिस को तब हुई, जब बीते सोमवार पड़ोसियों ने उनके अपार्टमेंट से आ रही बदबू महसूस की. तब पड़ोसियों न ही इसकी जानकारी पुलिस को दी. जब पुलिस ने दरवाज़ा खटखटाया, तो दरवाज़ा नहीं खोला गया. फिर पुलिस दरवाज़ा तोड़कर कमरे के अंदर दाख़िल हुई, तो प्रोफेसर और उनकी पत्नी बेहोशी की हालत में मिले.

जब पुलिस उनके अपार्टमेंट में घुसी तो वहां का नज़ारा बेहद ही अज़ीब था. 50 वर्षीय संजीव दयाल एक कमरे में बेड पर पड़े मिले और उनकी दाढ़ी काफ़ी बढ़ी हुई थी, जिसे देखकर लग रहा था कि कई महीनों से उन्होंने शेविंग नहीं की थी. वहीं दूसरे कमरे में उनकी पत्नी बिस्तर के नीचे नग्न हालत में पड़ी थीं.

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पूरे अपार्टमेंट में ज़मीन पर मलबा और कूड़ा पड़ा हुआ था, जिससे बदबू फैल रही थी. इतना ही नहीं, दंपती ने शौचालय के दरवाज़े को भी कीलें लगाकर बंद कर दिया था. फिलहाल कल्याणपुर पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या दंपति डिप्रेशन का शिकार हैं या उनको कोई अन्य बीमारी या परेशानी है.

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस दम्पति के फ्लैट के कमरों में सीसीटीवी कैमरे लगे थे. पुलिस ने इन कैमरों की फुटेज निकलवा ली है, ताकि जांच में आसानी हो. हालांकि, पड़ोसी और रिश्तेदारों की जानकारी जुटाने की पुलिस की कोशिश नाकाम हो गई है क्योंकि दोनों ने किसी से कभी बात नहीं की थी. सूत्रों के मुताबिक़, दयाल और विद्या ने पिछले कुछ महीनों में इलेक्ट्रीशियन को चार बार बुलाया, तो लेकिन दरवाजा नहीं खोला.

आईआईटी-कानपुर में सर्विस के बाद संजीव ने इंजीनियरिंग छात्रों के लिए कोचिंग क्लास शुरू की थी. वहीं उनकी पत्नी विद्या सीएसए यूनिवर्सिटी में कॉन्ट्रेक्ट बेसिस पर पढ़ाती थीं. इस दम्पति के कोई भी बच्चा नहीं था.