सोशल मीडिया पर आए दिन कुछ न कुछ वायरल होता रहता है. वहीं लोग बिना सच और झूठ का पता लगाए हुए, इन वायरल चीज़ों पर आंख मूंद कर विश्वास भी कर लेते हैं. दरअसल, सोशल मीडिया को कुछ असामाजिक तत्त्वों व नकारात्मक सोच रखने वालों ने अफ़वाह, दहशत, ठगी व धोखाधड़ी आदि का माध्यम भी बना लिया है. वहीं इस फ़ेक न्यूज़ की चपेट में अपने पीएम मोदी भी आ गए हैं.

पिछले साल सोशल मीडिया पर पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से फे़क मैसेज वायरल हुआ था, जिस पर पीएमओ को खुद ट्वीट कर सफ़ाई देनी पड़ी थी. एक बार फिर सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के हस्ताक्षर वाला मैसेज वायरल हो रहा है. पीएम के हस्ताक्षर वाले इस मैसेज में भारतीयों से अपील की जा रही है कि इस दीपावली भारत में बने सामान का ही इस्तेमाल करें. देश के हित को देखते हुए चीनी सामान न खरीदें.

पिछले साल भी पीएम के नाम से ऐसा ही एक मैसेज वायरल हुआ था, जिसमें चीनी सामान का बहिष्कार करने का अनुरोध किया था. मैसेज में कहा गया था कि कोई भी भारतीय दीपावली पर चीन में बनी लाइटों, पटाखों और अन्य चीज़ों का उपयोग न करे. वहीं हालिया मैसेज में दावा किया गया है कि ये कदम चीन की उस प्रक्रिया के बाद उठाया गया है, जिसमें वो संयुक्‍त राष्‍ट्र में भारत के कदम का लगातार विरोध कर रहा है. चीन, जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को लगातार बचा रहा है. हालांकि ये फे़क मैसेज भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद को देखते हुए वायरल किया जा रहा है.

बता दें कि साल 2016 में पीएमओ ने ऐसे फ़र्जी संदेशों की कड़ी निंदा करते हुए, सोशल मीडिया यूज़र्स से इन्हें अनदेखा करने की बात कही थी.