14 फ़रवरी को जम्मु-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में कुल 44 CRPF जवान शहीद हुए, इस घटना से पूरा देश सदमे में चला गया.
दुख की इस घडी में भी कुछ असामाजिक तत्व अपनी हरक़तों से बाज़ नहीं आए. हादसे के बाद से ही सोशल मीडिया पर फ़ेक न्यूज़, मैसेज और वीडियो की बाढ़ आ गई. जिसकी शिकार आम जनता होने लगी.
एक CCTV फ़ुटेज बहुत तेज़ी से वायरल हो रही थी जिसे ये बता कर शेयर किया जा रहा था कि ये पुलवामा अटैक का वीडियो है, हालांकि बाद में एक फ़ैक्ट चेक करने वाली वेबसाइट Boom Live ने वीडियो की जांच की, तो पता चला कि ये वीडियो 2007 में इराक़ में हुई एक बम विस्फोट का वीडियो है.
#PulwamaTerrorAttack ..
— yashraj srivastava (@yashraj_sri26) February 16, 2019
This is disturbing..
This is unacceptable..
This wont b forgiven.. pic.twitter.com/lY0HdShLXQ
इस वीडियो को सबसे पहली बार साल 2007 में YouTube पर अपलोड किया गया था. ये इराक़ में IED ब्लास्ट का वीडियो है.
इसके बाद Boom Live के मैनेजिंग एडिटर Jency Jacob ने फ़ेसबुक पर रिपोर्ट की और इसे फ़ेक बताया.
ये वीडियो इकलौता ऐसा नहीं है, एक चेकपोस्ट पर हुए बम विस्फोट के वीडियो को भी पुलवामा अटैक का वीडियो बता कर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
Boom Live के जांच के बाद पता चला ये वीडियो तुर्की-सीरिया के बॉर्डर पर हुए धमाके की है.
जहां इस ग़म के मौके पर पूरा देश शहीद हुए जवानों के परिवार के साथ खड़ा है और उनकी संवेदनाओं का ख़्याल रख रहा है वहीं इस तरह की वीडियो से भ्रामक स्थिती पैदा हो रही है. इसलिए आप सभी से आग्रह है कि कुछ भी शेयर करने से पहले अपने स्तर पर उसकी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.