गुजरात के एक बेहतरीन कहानीकार, नाटककार और हास्य लेखक तारक मेहता अब शब्दों की दुनिया को छोड़ कर जा चुके हैं. तारक ने अपने गुजराती कॉलम ‘दुनिया ने औंधा चशमा’ से काफ़ी लोकप्रियता बंटोरी थी.
इसके बाद SAB TV पर आने वाले सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ ने इनकी लेखनी को भारत के हर घर तक पहुंचा दिया.
तारक की लेखनी की हम क्या ही तारीफ़ करें, बस इतना जान लीजिए कि करोड़ों हिन्दी भाषी लोग हर शाम अपने परिवार के साथ सुकून से इनके सीरियल को देख कर ठहाके लगाते हैं.
87 में उम्र में बीमारी से जूझते हुए तारक आज सुबह (1 मार्च 2017) दुनिया को अलविदा कह गए.
तारक के निधन पर देश भर ने ट्विटर पर जताया शोक:
Saddened by the death of Tarak Mehta – humorist & columnist. He always brought smile to our faces. My condolences to family members.
— Vijay Rupani (@vijayrupanibjp) March 1, 2017
Tarak Mehta ji is no more! Big lose to Gujarati Literature #RIPTarakMehta pic.twitter.com/kUjfBYuY5H
— Pankaj Shukla (@iPankajShukla) March 1, 2017
Tarak Mehta ji is no more!
J writer Tarak Mehta passesaway in Ahmedabad at age of 88 #RIPTarakMehta— kulwinder (@kulwindersain18) March 1, 2017
#RIPTarakMehtaU always makes us smile by ur books pic.twitter.com/X0elmMAB11
— आदिवासी (@lionheart1288) March 1, 2017