तमिलनाडु में सूखे के कारण हालात इतने बिगड़ गए कि किसानों की फ़सलें बर्बाद होने लगीं. इसके बाद कई किसानों ने आत्महत्या का रास्ता अपना लिया. किसानों की सुध लेने वाला जब कोई नहीं आया, और सरकार ने भी उनकी ख़ास मदद नहीं की, तो उन्हें एक भयानक कदम उठाना पड़ा. किसानों ने आत्महत्या कर चुके अपने साथियों की खोपड़ियों को गले में टांग कर विरोध प्रदर्शन किया.

आए दिन ख़बरों में सुनते हैं कि देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, पर उनकी समस्याएं सुलझाने के लिए ठोस कदम अब तक नहीं उठाए जा रहे हैं. इस सबसे परेशान होकर किसानों ने विरोध करने का ये तरीका अपनाया.

एक रिपोर्ट की मानें, तो अधनंगे किसानों ने आत्महत्या कर चुके अपने साथियों की खोपड़ियों को गले में टांग कर विरोध प्रदर्शन किया. 150 किसानों ने सूखे की मार के कारण आत्महत्या कर ली और अब भी प्रशासन की नींद नहीं टूटी है.

किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं सुनती, वो इसी तरह प्रदर्शन करते रहेंगे.

किसानों की मांग है कि उनके लिए एक रिलीफ़ पैकेज बनाया जाए और कावेरी विवाद को सुलझाने के लिए मैनेजमेंट कमिटी बनायी जाए.

यही नहीं, विरोध जताने के लिए किसानों ने हाथ में कटोरा लेकर भूख हड़ताल भी की. किसानों द्वारा विरोध के इस भयानक तरीके को अपनाएगा जाने के बाद, देखना ये होगा कि सरकार इन्हें राहत पहुंचाने के लिए क्या कदम उठती है.