बदलते ज़माने के इस दौर में अकसर सुनने को मिलता रहता है, कि बेटे-बहु से तंग आकर किसी बुज़ुर्ग ने घर छोड़ दिया, या फिर वृद्धाश्रम का रुख कर लिया. मगर ओडिशा के बुज़ुर्ग ने ऐसा करने की बजाए, अपनी सारी संपत्ति सरकार के नाम कर दी. साथ ही सरकर से वहां पर वृद्धाश्रम बनाने की इच्छा जताई है.
ओडिशा के जाजपुर गांव में रहने वाले पत्रकार खेत्रमोहन मिश्रा ने ये कदम उठाया है. वो 75 वर्ष के हैं और उनकी शिकायत है कि उनका बेटा और बहु के दुर्व्यवहार परेशान हैं. इसलिए उन्होंने अपना सबकुछ (सारी संपत्ति) सरकार के नाम लिख डाला.
एएनआई कि रिपोर्ट के मुताबिक, खेत्रमोहन जी ने सरकार से उस ज़मीन पर ओल्ड ऐज होम बनाने की अपील की है. उनका कहना है कि वो अपनी बाकी की जिंदगी वृद्धाश्रम में बिताना चाहते हैं. उन्होंने सरकार से ये भी अपील कि की उनके मरने के बाद उनकी अस्थियों को भी उनके बेटे-बहु को न सौंपा जाए.
Jajpur, Odisha: 75-year-old Khetramohan Mishra, a former journalist, who lives in Muraripur village of Dasrathpur block, has decided to name the state government as his property’s beneficiary; has also expressed the wish that an old-age home be built over his land pic.twitter.com/drC3qREpuX
— ANI (@ANI) August 2, 2019
जाजपुर के ज़िलाधिकारी रंजन के दास ने इस संदर्भ में बात करते हुए कहा कि, प्रशासन ने खेत्रमोहन जी के रहने की व्यवस्था चंडीखोले के पास के एक वृद्धाश्रम में की है.
गौरतलब है कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, अपने बच्चों द्वारा सताए गए बुज़ुर्ग माता-पिता को अपनी संपत्ति को दान करने की अनुमति देता है.