बचपन से हम जब भी गुरु या टीचर की बात करते हैं, तो यही दोहा हमें याद आता है. टीचर हमें सिर्फ़ विषय नहीं पढ़ाता, बल्कि हमें जीवन में आगे बढ़ने की सीख भी देता है. हम कैसे एक सफ़ल इंसान के साथ अच्छे इंसान भी बने ये भी एक अच्छा गुरु ही हमें सिखाता है.

गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय।।

लेकिन पंजाब के डेरा बस्सी के सरकारी हाई स्कूल में प्रिंसिपल वीना बस्सी और साइंस टीचर कैलाश रानी के बीच हुई हाथापाई आपको हैरत में डाल देगी. Hindustan Times की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें पहले बहस हुई फिर ये दोनो एक दूसरे को बैग से मारने लगीं, फिर मुक्के चले और कुछ ही देर में बाकी टीचरों ने भी साइंस टीचर को मारा. ये मारपीट करीब 20 मिनट चली, जिसे एक बच्चे ने रिकॉर्ड कर लिया.

कहा जा रहा है कि प्रिंसिपल और बाकी टीचर चाहती थीं कि कैलाश रानी का ट्रांसफ़र हो जाए, पर ट्रांसफ़र को कोर्ट से स्टे आॅर्डर मिल गया. कहा जा रहा है कि कैलाश रानी उप प्रधानाचार्या बनने वाली थी, लेकिन दूसरी जूनियर टीचर को वो पद मिल गया.

दूरसी तरफ़ वीना बस्सी का कहना है कि कैलाश रानी पहले भी टीचर्स पर हाथ उठा चुकी हैं, जिसकी वजह से बाकी टीचरों को ख़तरा था. इसी वजह से उन्होंने कैलाश रानी के ट्रांसफ़र की बात की थी.

इस पर चेयरमैन मंजीत सिंह का कहना था कि, इन्हीं सब कारणों की वजह से स्कूल का रिज़ल्ट इतना बुरा जा रहा है.