पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की गिरफ़्त में हैं. पिछले दो दिनों से सीबीआई और ईडी INX मीडिया मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की तलाश कर रही थी. करीब 30 घंटे के लंबे इंतज़ार के बाद आख़िरकार बुधवार रात चिदंबरम ख़ुद सीबीआई मुख्यालय पहुंचे.  

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इस दौरान सबसे पहले चिदंबरम का मेडिकल चेकअप हुआ. फिर सीबीआई ने उनसे देर रात तक पूछताछ की. पूछताछ के बाद उन्हें कुछ देर आराम करने का मौका भी दिया गया. उन्हें सीबीआई दफ़्तर में ही एक लॉकअप रूम में रखा गया था. चिदंबरम को आज दोपहर अदालत में पेश किया जाएगा.  

सीबीआई सूत्रों की मानें तो पी. चिदंबरम पूछताछ में अफ़सरों की मदद नहीं कर रहे हैं और उनके अधिकतर जवाब टाल रहे हैं. सीबीआई पिछले ढाई घंटे से पी. चिदंबरम से पूछताछ कर रही है.  

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पूछताछ के दौरान चिदंबरम ने FIPB के अधिकारियों पर किसी तरह का दबाव बनाने से मना किया और उन्होंने कहा कि वो अपने बेटे के कारोबार में किसी तरह का दखल नहीं देते हैं. इस दौरान जब अफ़सरों ने इंद्राणी और पीटर मुखर्जी से मुलाकात की बात पूछी तो चिदंबरम ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई मुलाकात याद नहीं है. 

पी. चिदंबरम क्यों हैं कटघरे में? 

दरअसल, 15 मई, 2017 को केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने एक FIR दर्ज की थी. जिसमें आरोप था कि INX मीडिया को फ़ायदा पहुंचाने के लिए विदेशी निवेश को स्वीकृति देने वाले विभाग ‘फ़ॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड’ (एफ़आईपीबी) ने कई तरह की गड़बड़ियां की थीं. जिस वक्त कंपनी को निवेश की स्वीकृति दी गई थी, उस समय पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे. 

क्या है INX मीडिया केस? 

साल 2007 में जांच एजेंसियों ने दावा किया था कि तब के वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी INX मीडिया को विदेशी निवेश की मंज़ूरी दिलाई थी. इस दौरान INX मीडिया को मात्र 5 करोड़ के निवेश की अनुमति मिली थी, लेकिन कंपनी में कथित रूप से 305 करोड़ का विदेशी निवेश आया था.  

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सीबीआई का आरोप है कि एक निजी कंपनी, जिस पर कार्ति चिदंबरम का कंट्रोल था, को इंद्राणी और पीटर मुखर्जी कंपनी INX मीडिया से फ़ंड ट्रांसफ़र हुआ था. सीबीआई का आरोप है कि कार्ति ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके INX मीडिया को ‘फ़ॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट क्लियरेंस’ हासिल करने में मदद की थी. इसके बाद ईडी ने पिछले साल इस संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. 

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सीबीआई के बाद जब ईडी ने भी जब INX मीडिया की निदेशक इंद्राणी मुखर्जी पर शिकंजा कसना शुरू किया तो इस मामले में कार्ति चिदंबरम नाम सामने आया. इंद्राणी से पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ था कि FIPB मंजूरी में हुए उल्लंघन को कथित तौर पर रफ़ा-दफ़ा करने के लिये कार्ति चिदंबरम ने 10 लाख डॉलर की रिश्वत ली थी. 

पी. चिदंबरम पहले भी कह चुके हैं कि वित्त मंत्री रहते हुए 2007 में उन्होंने ख़ुद INX मीडिया को ‘फ़ॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड’ (एफ़आईपीबी) की अनुमति दी थी. लेकिन इस मामले में उनके बेटे या परिवार के किसी व्यक्ति की कोई भूमिका नहीं है. 

इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ? 

1- 28 फ़रवरी 2018 को जांच एजेंसियों ने कार्ति चिंदबरम को चेन्नई एयरपोर्ट से गिरफ़्तार किया था. 9 मार्च 2018 इस मामले में दिल्ली की पाटियाला हाउस कोर्ट ने कार्ति चिदंबरम को तीन दिन की सीबीआई की हिरासत में भेज दिया था. इसके बाद कार्ति को दिल्ली हाईकोर्ट से राहत मिली.  

2- इसके बाद फिर 12 मार्च 2018 को दिल्ली की एक अदालत ने कीर्ति चिदंबरम की ज़मानत याचिका खारिज कर दी. अदालत ने कार्ति को 12 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.  

3- 23 मार्च 2018 को कार्ति चिदंबरम को दिल्‍ली हाइकोर्ट से ज़मानत मिल गई. कोर्ट ने कार्ति को 10 लाख के निजी मुचलके पर ज़मानत दी थी. इस दौरान कोर्ट ने उन्हें देश से बाहर न जाने के निर्देश भी दिए. केस से जुड़े गवाहों और सील बैंक एकाउंट के साथ कोई छेड़छाड़ न करने की हिदायत भी दी. ईडी ने कार्ति और उनकी कंपनी की 1.16 करोड़ की संपत्ति भी ज़ब्त की. 

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4- 31 मार्च 2018 को इस मामले में अदालत ने पीटर मुखर्जी को 13 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया. जांच एजेंसियों ने कोर्ट में याचिका दायर करके कहा था कि वो पीटर मुखर्जी और कार्ति चिदंबरम को सामने बैठाकर पूछताछ करना चाहती है. 

5- 31 मई 2018 को INX मीडिया मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने पी. चिदंबरम की गिरफ़्तारी पर 3 जुलाई तक के लिए अंतरिम रोक लगा दी थी. 

6- 6 जून 2018 को सीबीआई ने पी. चिदंबरम से 4 घंटे तक पूछताछ की थी. 

7- 25 जुलाई 2018 को दिल्ली हाई कोर्ट ने पी चिदंबरम की गिरफ़्तारी पर रोक लगाई. बाद में ये रोक समय-समय पर बढ़ाई जाती रही. 

8- 3 अगस्त 2018 को कार्ति चिदंबरम की अंतरिम ज़मानत के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फ़ैसले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया. कार्ति को सुप्रीम कोर्ट ने व्यवसाय के उद्देश्य से 23 जुलाई से 31 जुलाई के बीच अमेरिका, फ़्रांस और लंदन जाने की इजाजत दी. 

9- 25 अक्टूबर 2018 को INX मामले में जांच एजेंसी ने आरोप पत्र दाखिल किया. 

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10- नवंबर 2018 में दिल्ली हाई कोर्ट ने चिदंबरम को गिरफ़्तारी से 15 जनवरी तक अंतरिम राहत दी. 

11- 19 दिसंबर 2018 को प्रवर्तन निदेशालय के समन पर पी. चिदंबरम ईडी के दफ़्तर पहुंचे.  

12- इसी साल फ़रवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पी चिदंबरम से पांच घंटे की कड़ी पूछताछ की थी. 

13- 19 अगस्त 2019 को दिल्ली हाईकोर्ट ने पी. चिदंबरम को अग्रिम ज़मानत देने से इनकार कर दिया. 

इस समय पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की गिरफ़्त में हैं.