पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का आज सुबह निधन हो गया. 89 वर्षीय सोमनाथ चटर्जी को किडनी में दर्द की शिकायत के चलते कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती किया गया. हालत नाजु़क होने के कारण उन्हें बीती रात वेंटीलेटर पर रखा गया था.
CPM पार्टी से ताल्लुक रखने वाले सोमनाथ चटर्जी का राजनीतिक करियर बहुत ही शानदार रहा. वो 10 बार सांसद चुने गए थे. उन्होंने वर्ष 2004-2009 तक पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सरकार में लोकसभा स्पीकर का पद संभाला था.उनके लिए देशहित सर्वोपरि था.
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इसकी तस्दीक वर्ष 2008 में देखने को मिली, जब उनकी पार्टी ने एटमी करार को लेकर अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने का फ़रमान सुनाया था, लेकिन उन्होंने अपने अध्यक्ष पद और उसके कर्तव्य के आगे पार्टी पॉलिटिक्स को पीछे छोड़ते हुए इसका विरोध किया था. इसके लिए उन्हें पार्टी से भी निकाला गया था, जिसे उन्होंने मानने से इंकार कर दिया था.
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सोमनाथ चटर्जी एक आला दर्जे के वकील थे. उन्होंने Cambridge University से Masters in Law की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद उन्होंने कोलकाता हाईकोर्ट में अपननी प्रैक्टिस शुरू की थी. इसी बीच वो सीपीएम के सदस्य बने. वो अपने जीवन में केवल एक बार लोकसभा चुनाव हारे. वर्ष 1984 में जादवपुर लोकसभा सीट से ममता बनर्जी से हारे थे.
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उन्होंने अपने जीवन में कई शानदर काम किए. इनमें सबसे बड़ी उपलब्धि लोकसभा स्पीकर की स्वतंत्रता के लिए लड़ना प्रमुख है. वो एक ऐसे कॉमरेड थे, जिन्होंने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.