राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़ी हर चीज़ आज भारत की धरोहर का हिस्सा है. ऐसी ही धरोहर एक पेंटिंग के रूप में पुणे के एक हॉस्पिटल में मिली है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि ये पेंटिंग आज़ादी से भी पुरानी है.

हिन्दुस्तान टाइम्स की ख़बर के मुताबिक, 1922 में गांधी जी को हुकूमत के ख़िलाफ़ विद्रोह करने के वजह से पुणे जेल में 6 साल के लिए बंद थे. इसी दौरान अपेंडिक्स के दर्द की शिकायत के बाद 12 जनवरी 1924 को Sassoon Hospital में एडमिट कराया गया था, जो आज ‘The Byramjee Jeejeebhoy Medical College’ के नाम से पहचाना जाता है.

BJ Medical College के दस्तावेज़ों से पता चलता है कि गांधी जी की सर्जरी एक ब्रिटिश डॉक्टर Colonel Maddock के द्वारा की गई थी, जिसके बाद गांधी जी ने डॉक्टर को शुक्रिया भी कहा था और दोनों दोस्त भी बन गए थे.

ये सर्जरी रात के समय एक लैंप की रोशनी में की गई थी. जिस जगह पर ये सर्जरी हुई थी, वहां एक गांधी मेमोरियल भी बनाया जा चुका है. इसी मेमोरियल में गांधी जी ये पेंटिंग भी मौजूद है, जिसे लोगों की नज़रों से दूर रखा गया है.