मुंबई शहर कई चीज़ों की वजह से जाना जाता है. उनमें से एक है जुहू बीच. इस ख़ूबसूरत समुद्र तट पर हर साल अरब सागर से कई टन कचरा बहकर आता है. इसके बाद ये ख़ूबसूरत समुद्री किनारा किसी डंपिंग यार्ड जैसा ही दिखने लगता है. इससे न सिर्फ़ समुद्री जीवों की जीवनशैली प्रभावित होती है बल्कि पर्यटन भी ख़ासा प्रभावित होता है.

Mirror Now के मुताबिक, जुहू बीच पर जमा हुए कचरे में सबसे ज़्यादा Untreated Plastic Waste है. शहर का जो कचरा सीधे समंदर में फेंक दिया जाता है, वही मानसून में बहकर जुहू बीच पर बहकर आता है.

मुंबई के वरसोवा बीच को साफ़ करने का बीड़ा उठाया था एक आम नागरिक अफ़्रोज़ शाह ने. अफ़्रोज़ ने इसके बाद मुंबई की मीठी नदी को भी साफ़ करने का ज़िम्मा उठाया और एक रिपोर्ट के अनुसार, नदी का 1.25 किलोमीटर का हिस्सा साफ़ भी कर दिया.

हालांकि शहरवासी अपने लेवल पर मुंबई के समुद्री तटों को साफ़ रखने की कोशिश कर रहे हैं. सवाल ये उठता है कि जो कूड़ा बिना Waste Treatment के समंदर में फेंक दिया जा रहा है, उसका समाधान कौन निकालेगा?