क्या बढ़िया समय चल रहा है. नेताओं की मस्त एक्टिंग चालू है. एक्टर मंझे हुए एंकर की भूमिका में हैं और हमारे धुरंदर एंकर बेहतरीन राजनीति से दुनिया को चौंका रहे हैं. 

‘रिपब्लिक भारत’ तो इस वक़्त राजनेताओं, अभिनेताओं के साथ-साथ Netflix के कंटेट को भी पछाड़े डाल रहा है. कभी यहां आंतकी टिड्डियों को मौत के घाट उतारा जाता है, तो कभी टीवी स्टूडियो से बाकायदा मज़ाकिया तरीके से मिसाइलें लॉन्च कर दी जाती हैं. अब उसने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. 

दरअसल, भारत-चीन विवाद पर लाइव डिबेट चल रही थी. किलो के भाव में गुथमगुत्था करने के लिए आदरणीय गेस्ट बुलाए गए थे. धड़ाधड़ लाइनें फ़्लैश हो रही थीं, ‘दुश्मन पर होगा प्रचंड प्रहार’, ‘देश नहीं झुकने दूंगा’ और वगैरह-वगैरह. पीछे से बैगराउंड में तेज़-तेज़ से आवाजें गूंज रही थीं. युद्ध करो, युद्ध करो… 

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एक पल को तो ऐसा लगा कि सारे मेहमानों को अभी लद्दाख सीमा पर खड़ा कर दो, तो चीन के कान से खून निकाल दें. हथियारों की ज़रूरत ही नहीं, सब के सब मुंह से ही उल्टा ड्रैगन पर ही आग उगलने लगेंगे. लेकिन मुझ अबोध बालक को क्या ही पता था कि कान से खून हमारे निकलने वाला है. काहे कि हमारे आदरणीय रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी साहब एकाएक गुर्राने लगे. 

‘अरे नीच आदमी, बदतमीज़, वाहियात, मैंने 36 साल फ़ौज में झक्क नहीं मारी थी… मादर***.’ बस जैसे ही ये सुनहरा शब्द जीडी बख्शी के मुंह से पुदका, तथाकथित पत्रकारिता के स्वर्णिम अध्याय में एक और चमचमाता क़िस्सा जुड़ गया. आप नीचे सुन सकते हैं. 

हालांकि, जीडी बख़्शी साहब की देश के प्रति जो सेवाएं हैं, उनका हर कोई सम्मान करता है. लेकिन जिस तरह के शब्द उन्होंने लाइव डिबेट में यूज़ किए हैं, वो भी एक महिला एंकर के सामने, शायद वो इससे बच सकते थे. यक़ीनन उन्होंने 36 साल फ़ौज में झक नहीं मारी है, यही वजह है कि हमें उनसे उम्मीदें भी ज़्यादा हैं. 

बता दें, ये वीडियो ट्विटर पर वायरल हो रहा है और लोग कुछ यूं रिएक्ट कर रहे हैं.