जॉर्ज फ़्लॉयड की हत्या को लेकर अमेरिका समेत दुनिया के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन जारी है. एक प्राइवेट ऑटोप्सी रिपोर्ट में ये बात साफ़ हो गई कि फ़्लॉयड की मौत दम घुटने (Asphyxia) की वजह से हुई.
बीते रविवार को ट्रंप को सपरिवार, पास के St.John’s गिरिजाघर जाना था. प्रदर्शकों की भीड़ को हटाने के लिए और ट्रंप को सुरक्षित गिरिजाघर पहुंचाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले, फ़्लैश ग्रेनेड का इस्तेमाल किया. प्रदर्शकों ने ‘Presidents’ Church’ में भी आग लगाई थी और ट्रंप के सहयोगियों ने इसकी कड़ी नींदा की थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति निवास की तरफ़ हज़ारों प्रदर्शक ‘Black Lives Matter’, ‘I can’t breathe’ और ‘No Justice, No Peace’ के नारे लगाते हुए आगे बढ़ते प्रदर्शकों की तस्वीरों के बीच व्हाइट हाउस की ‘लाइट्स ऑफ़’ वाली तस्वीर भी सोशल मीडिया पर आई.
अमेरिकी पुलिस और प्रदर्शकों के बीच झड़प, पुलिस बर्बरता की ख़बरों के बीच पुलिस अफ़सरों द्वारा प्रदर्शकों को गले लगाने, उनके साथ प्रदर्शन में शामिल होने और घुटने पर आकर क्षमा मांगने की भी तस्वीरें आईं.
Who am I?
— Kaleth O. Wright (@cmsaf18) June 1, 2020
I am a Black man who happens to be the Chief Master Sergeant of the Air Force.
I am George Floyd…I am Philando Castile, I am Michael Brown, I am Alton Sterling, I am Tamir Rice.
(1) pic.twitter.com/KuVpPkAjcm
Two Des Moines police officers kneeled and said a prayer that everyone remained safe and left peacefully pic.twitter.com/pLSGHFJk1e
— DM Register Visuals (@RegisterVisuals) June 1, 2020
ह्यूस्टन के पुलिस चीफ़ से एक इंटरव्यू के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों पर टिप्पणी देने के लिए कहा गया, पुलिस चीफ़ ने ये कहा,
Houston Police Chief @ArtAcevedo: “Let me just say this to the President of the United States, on behalf of the police chiefs of this country: please, if you don’t have something constructive to say, keep your mouth shut.” pic.twitter.com/z5AJpOO0RO
— Christiane Amanpour (@camanpour) June 1, 2020