जॉर्ज फ़्लॉयड की हत्या को लेकर अमेरिका समेत दुनिया के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन जारी है. एक प्राइवेट ऑटोप्सी रिपोर्ट में ये बात साफ़ हो गई कि फ़्लॉयड की मौत दम घुटने (Asphyxia) की वजह से हुई.  

New York Times की एक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप ने गवर्नर्स के साथ हुए एक प्राइवेट कॉन्फ़्रेंस कॉल के दौरान प्रदर्शकों को आतंकवादी कहा. जिन स्टेट्स में पुलिस प्रदर्शन पर क़ाबू पाने में असफ़ल हो रही थी, ट्रंप ने वहां अमेरिकी सेन्य बल भेजने की धमकी दी. Rose Garden में भाषण देते हुए ट्रंप ने प्रदर्शकों को किसी भी तरह क़ाबू पाने के लिए दिया.  

BBC

बीते रविवार को ट्रंप को सपरिवार, पास के St.John’s गिरिजाघर जाना था. प्रदर्शकों की भीड़ को हटाने के लिए और ट्रंप को सुरक्षित गिरिजाघर पहुंचाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले, फ़्लैश ग्रेनेड का इस्तेमाल किया. प्रदर्शकों ने ‘Presidents’ Church’ में भी आग लगाई थी और ट्रंप के सहयोगियों ने इसकी कड़ी नींदा की थी.


#BlackLivesMatter प्रदर्शन ने अमेरिका के कई शहरों समेत राजधानी वॉशिंगटन डीसी को भी हिलाकर रख दिया.  

The Guardian

अमेरिकी राष्ट्रपति निवास की तरफ़ हज़ारों प्रदर्शक ‘Black Lives Matter’, ‘I can’t breathe’ और ‘No Justice, No Peace’ के नारे लगाते हुए आगे बढ़ते प्रदर्शकों की तस्वीरों के बीच व्हाइट हाउस की ‘लाइट्स ऑफ़’ वाली तस्वीर भी सोशल मीडिया पर आई. 

Twitter

अमेरिकी पुलिस और प्रदर्शकों के बीच झड़प, पुलिस बर्बरता की ख़बरों के बीच पुलिस अफ़सरों द्वारा प्रदर्शकों को गले लगाने, उनके साथ प्रदर्शन में शामिल होने और घुटने पर आकर क्षमा मांगने की भी तस्वीरें आईं. 

NBC News
ABC News
India Gone Viral
ABC

ह्यूस्टन के पुलिस चीफ़ से एक इंटरव्यू के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों पर टिप्पणी देने के लिए कहा गया, पुलिस चीफ़ ने ये कहा, 

‘मैं सारे पुलिस चीफ़ की तरफ़ से यूनाइटेड स्टेट्स के राष्ट्रपति से सिर्फ़ इतना कहना चाहता हूं: अगर आप कुछ Constructive नहीं बोल सकते हैं तो अपना मुंह बंद रखिए.’