रहने के लिहाज़ से भारत की जेल एक ख़ौफ़नाक जगह मानी जाती है, ये जगह तब और भी ख़ौफ़नाक हो जाती है, जब वहां हवाओं में भूतों की कहानी तैरती हों. आजकल ऐसा हो रहा तिहाड़ जेल के महिलाओं के जेल में.
कुछ महिला क़ैदियों का कहना है कि उन्हें रात के दो बजे किसी महिला के रोने की आवाज़ आती है, इस डर की वजह से वो रातभर सो नहीं पातीं. कुछ क़ैदी चीखने तक लगती हैं.
मीडिया के सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से जेल नंबर-6 में दहशत का माहौल बना हुआ है. इससे जुड़ी तरह-तरह की अफ़वाहें फ़ैलने लगी हैं. किसी का कहना है कि किसी बेकसूर महिला कैदी ने आत्महत्या की होगी, उसी की आत्मा भटक रही है और रो रही है.
अधिकांश क़ैदियों का कहना है कि उन्हें ये आवाज़ें रात में सुनाई देती है, वहीं कुछ क़ैदी ऐसी भी हैं, जो कहती हैं कि उन्होंने महिला के रोने की आवज़ दिन में भी सुनी है. साथी महिला क़ैदियों का कहना है कि आवाज़ सुनने वाली क़ैदियां मानसिक बीमारी से ग्रसित हैं.
सच्चाई जो भी हो, जेल प्रशासन को इसकी जांच कर क़ैदियों के भ्रम को दूर करना चाहिए, ताकि जेल में डर का माहौल न बना रहे.