मध्यप्रदेश के सागर ज़िले में गैंगरेप के बाद ज़िंदा जलाई गई नाबालिग छात्रा आखिरकार ज़िंदगी से हार गई और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. भंरगढ़ पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी रवि भूषण पाठक ने बताया कि बीते गुरुवार सुबह अस्पताल में उसकी मौत हो गई. साथ ही वारदात के लिए ज़िम्मेदार दोनों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
बताया जा रहा है कि बीते सात दिसबंर की रात कक्षा आठ में पढ़ने वाली छात्रा अपने घर पर अकेली थी, तभी अचानक दो युवकों ने घर में घुसकर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया. इसके बाद दरिंदों ने हैवानियत की हदें पार कर, सबूत मिटाने के लिए नाबालिग पर मिट्टी का तेल डाल कर ज़िंदा जला दिया. आग में झुलसती मासूम की गंभीर हालत देख तुरंत उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसके बाद करीब एक हफ़्ते से उसका ट्रीटमेंट किया जा रहा था.
दर्दनाक घटना से गुस्साए लोगों ने कैंडल मार्च निकाल धरना-प्रदर्शन भी किया था. वहीं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने पीड़िता के परिजनों को दो लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. राज्य के मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा रेप के आरोपियों को मौत की सज़ा का विधेयक पारित करने और आज हो रहे उनके सम्मान पर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि आज मुख़्यमंत्री का किया सम्मान किया जाएगा और आज ही उस लड़की अंतिम संस्कार होगा, जिसे दुष्कर्म करने के बाद दरिंदों ने ज़िंदा जला दिया था.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के पिछले दिनों जारी किये आंकड़ों में भी इस बात का ख़ुलासा किया गया था कि बलात्कार के मामले में मध्य प्रदेश पूरे देश में सबसे ऊपर है. फ़िलहाल राज्य सरकार ने आरोपियों को फ़ांसी तक की सज़ा के प्रावधान का विधेयक विधानसभा में पारित कर दिया है, जिसे अब राष्ट्रपति के पास भेजा जा रहा है.