आज बाल झड़ने की समस्या इस कदर आम हो चुकी है कि हर 10 में से 5 शख़्स इससे पीड़ित है. कुछ लोग इस समस्या को अपनी नियति मान कर इसके साथ समझौता कर लेते हैं, जबकि कुछ इससे निपटने के लिए तमाम तरह की कोशिशें करते हैं. उम्मीदों के अनुरूप परिणाम न आने पर कुछ लोग इस समस्या से मानसिक दवाब बना बैठते हैं.

ऐसा ही मामला दिल्ली के पांडव नगर में देखने को मिला है, जहां बाल झड़ने की समस्या से एक 16 वर्ष की लड़की इस कदर आहात हुई कि उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया.

पुलिस के मुताबिक, 2 महीने पहले लड़की ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और इस दौरान वो नहाई भी नहीं. उसके कमरे में लगभग 2 फ़ीट तक कूड़ा पाया गया है, जिसमें सड़ा हुआ खाना, गंदे कपड़े पाए गए. सोने के लिए तीन लोहे की कुर्सियों को आपस में जोड़ा गया था, जिस पर लड़की ने चादर बिछा दी थी.

पुलिस का कहना है कि शायद लड़की मानसिक रूप से पीड़ित थी. पड़ोसी की शिकायत के बाद पुलिस ने लड़की को कमरे से निकाला. लड़की का ब्लड प्रेशर काफ़ी कम था, जबकि दिल की धड़कने काफ़ी तेज थी. लड़की को इलाज के लिए पास के ही लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में एडमिट कराया गया है.