ये चंद लाइनें बोलने और सुनने में बहुत अच्छी लगती हैं, लेकिन हम हिंदुस्तानी क्या सच में इन शब्दों का मोल समझते हैं, जवाब होगा नहीं. इसका ताज़ा सबूत है राजधानी दिल्ली की ये दिल दहला देने वाली घटना. दिल्ली के रघुवीर नगर इलाके में 23 साल के अंकित सक्‍सेना नामक एक फ़ोटोग्राफर की चाकू से गला रेत बर्बरता से हत्या कर दी गई.

‘महज़ब नहीं सिखाता हमें आपस में बैर करना’

मृतक का कसूर सिर्फ़ इतना था कि वो एक अन्य समुदाय की लड़की से मोहब्बत करता था. यही वजह थी कि वो लड़की के घरवालों की आंखों में खटकता था. बताया जा रहा है कि बीते गुरुवार अंकित सक्सेना रात करीब 8.30 बजे स्कूटी से रघुवीर नगर अपने घर जा रहा था, तभी रास्ते में 4 लोगों ने उस पर चाकुओं से वार कर दिया. हादसे में अंकित बुरी तरह घायल हो गया, जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से गंभीर हालत में उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.

डीसीपी (वेस्‍ट) विजय सिंह के मुताबिक, मामले में लड़की के पिता, चाचा और मां को गिरफ़्तार कर तिहाड़ भेज दिया गया है. वहीं उसके नाबालिग भाई को बाल सुधार गृह में भेजा गया है. लड़की ने पुलिस को बयान देते हुए बताया, ‘मैं टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन पर अंकित का इंतज़ार कर रही थी. मुझे किसी ने बताया कि उसकी हत्या कर दी गई है. ये सब मेरे पापा और चाचा ने किया है.

जवान बेटे की मौत के बाद घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. अंकित की मां ने बताया कि ‘वो काम से वापस लौट रहा थी, तभी लड़की के पिता का फ़ोन आया और वो स्टूडियो वापस लौट गया. इसके थोड़ी देर बाद पड़ोस के बच्चे ने आकर ख़बर दी कि कुछ लोग अंकित को चौक पर पीट रहे हैं. घटनास्थल पर पहुंचते ही मैंने देखा कि लड़की के पिता और चाचा दोनों मिल कर उसे लात-घूंसे मार रहे थे. वो ज़मीन पर घायल पड़ा हुआ था’.

अागे वो बताती हैं कि ‘मैंने उन लोगों को रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने मेरे सीने पर लात मार कर मुझे फ़ुटपाथ पर धकेल दिया. अंकित को फ़ोटोग्राफ़ी का शौक था. वो शादी-पार्टियों के लिए फ़ोटोग्राफ़ी का काम करता था’.

अंकित की हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, जिसके चलते पुलिस ने मृतक के घर के बाहर एक कमांडो यूनिट और दो दर्ज़न से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए हैं. साथ ही अंकित के घरवालों ने आरोपियों के खिलाफ़ मौत की सज़ा की मांग की है.