खुद को धर्म का ठेकेदार समझने वाले लोगों और नेताओं से अकसर महिलाओं को लेकर विवादित बयान आते हैं. कोई उनके पहनावे पर सवाल उठाता है, तो कोई यहां तक कह डालता है कि रेप के लिए लड़की खुद ज़िम्मेदार होती है. एक बार फिर एक ऐसा ही दकियानूसी बयान सामने आया है और इस बार इस ज्ञान को दे रहे हैं केरल के एक पादरी.

‘जींस पहनने वाली लड़कियों को समुद्र में फेंक दो’

पादरी ने फ़रमान सुनाते हुए लड़कियों के जींस, टी-शर्ट पहनने को शर्मनाक बताया है. पादरी का कहना है कि जो महिलाएं ऐसे कपड़े पहनती हैं, उन्हें समुद्र में डुबो देना चाहिए. ये फ़रमान सुनाते हुए इस पादरी का वीडियो जैसमिन पी.के. नाम की लड़की ने फ़ेसबुक पर शेयर किया था. इसके बाद ये वायरल हो गया, अब तक इसे लाखों लोग शेयर कर चुके हैं.

पादरी ने कहा कि महिलाएं ऐसे कपड़े पुरुषों को उकसाने के लिए पहनती हैं. पादरी ने ये भी बताया कि किस तरह वो इस तरह के कपड़े पहनने वाली लड़कियों को देख कर आहत ही जाते हैं.

“हाथ में मोबाइल और खुले बाल, ख़राब लड़कियों की पहचान”

पादरी ने कहा, “जब मैं किसी चर्च जाता हू्ं और ऐसी महिलाओं को अपने सामने खड़ा देखता हूं, तो लगता है कि चर्च से बाहर चला जाऊं. लड़कियां अगर पवित्र स्थलों पर जींस, टीशर्ट पहन, हाथ में मोबाईल लिए जाती हैं, बाल खुले हुए होते हैं, तो उनका विरोध होना चाहिए. ऐसे लोगों को चर्चा नहीं आना चाहिए. पादरी आगे कहते हैं कि जींस, टी-शर्ट पहनने वाली लड़कियों और महिलाओं के शरीर पर पत्‍थर बांधकर उन्हें समुद्र में फेंक दिया जाना चाहिए.

ये वीडियो करीब 12 महीने पुराना है, लेकिन फ़ेसबुक पर शेयर होने के बाद से यह दोबारा वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर इस बेतुके बयान का जमकर विरोध किया जा रहा है.

पादरी ने सवाल किया कि क्या कैथोलिक चर्च पुरुषों के कपड़े महिलाओं को पहनने की इजाज़त देता है? क्या पवित्र बाइबिल ने आपको इसकी इजाज़त दी है? अगर आप ऐसा करते हो, तो आप भगवान का अपमान करते हो. अगर आप गॉड के खिलाफ़ जाते हो, तो आपको दया क्यों चाहिए? पुरुषों को महिलाओं के कपड़े नहीं पहनने चाहिये, इसी तरह महिलाओं को भी पुरुषों के कपड़े नहीं पहनने चाहिये.

इसके आगे उन्होंने एक और चौंकाने वाली बात कही, उन्होंने कहा कि कई लड़के मेरे पास आते हैं और कहते हैं कि चर्च आयी कई महिलाएं अर्धनग्न कपड़े पहनती हैं, जिस कारण हमसे सिन (पाप) हो जाता है.

पादरी ने लड़कियों के लिए पूरी मैन्युअल तैयार कर रखी है, क्या नहीं पहनना चाहिए के बाद उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें क्या पहनना चाहिए. पादरी के अनुसार, महिलाओं के लिए चूड़ीदार सलवार बेस्ट है, लेकिन जब महिलाओं के अंदर शैतान घुस जाता है, तो वे दुपट्टा फेंक देती हैं और उसके बिना ही आती-जाती हैं.

क्या कहती है बाइबल?

ऐसे बयान सुन कर लगता है कि धर्म के ठेकेदारों और कुछ नेताओं के बीच जैसे होड़ लगी हुई है कि कौन महिलाओं को लेकर सबसे वाहियात बयान देगा. बाइबल की दुहाई देकर महिलाओं के पहनावे पर टिप्पणी करने वाले पादरी से हम जानना चाहेंगे कि ये पत्थर बांध कर समुद्र में फेंक देनी की बात क्या उन्होंने पवित्र बाइबल में पढ़ी थी? ऐसी सोच वाले लोग धर्म को बचाते नहीं हैं, बल्कि उसे बदनाम करते हैं.