चाइनीज़ चीज़ों के बारे में कहा जाता है कि टिक गया तो 100 साल, नहीं टिका तो चाइनीज़ माल. चाइनीज़ तकनीक के मामले में बेशक हमसे बहुत आगे हों, पर उनकी इस तकनीक की गारंटी ख़ुद भगवान भी नहीं लेता. अब जैसे चीन के पूर्वी भाग की Taihang पहाड़ियों पर, हेबेई में बने उस ग्लास ब्रिज की कहानी ही ले लीजिये, जो 2015 में सुर्ख़ियों में छाया था.
उस समय इस पुल को ले कर तमाम तरह के दावे किये गए थे कि ये तेज़ हवाओं और मूसलाधार बारिश के बीच भी सुरक्षित रहेगा. चीन के इस पुल को ले कर दुनिया भर के इंजीनियरों ने चाइनीज़ तकनीकज्ञों की तारीफ़ में कसीदे गढ़े थे.

समुद्र तल से 1,180 मीटर ऊंचे इस पुल ने अभी अपने 2 साल भी पूरे नहीं किये थे कि ये धोखा देने लगा है. हालांकि चाइनीज़ अधिकारीयों ने इसे एक प्रैंक बताया है. उनका कहना है कि डिज़ाइनरों द्वारा जानबूझ कर ही इसे बनाया गया है, जिसके लिए इस पर कांच की दो परत बिछाई गई है, जैसे ही आप इस पुल पर चलते हैं, कुछ कांच नीचे की तरफ़ धंस जाते हैं.
हालांकि इस बाबत एक अधिकारी का कहना है कि यहां सुरक्षा के सारे बंदोबस्त किये गए हैं. ये पुल अब भी सुक्षित खड़ा है. 2015 में इसमें कुछ तकनीकी वजह से थोड़े क्रैक आ गए थे, पर उस समय बंद कर दिया गया था.
ख़ैर, यदि ये प्रैंक है, तो इस ऊंचाई पर इस तरह का मज़ाक किसी की जान भी ले सकता है.