दुनियाभर में अगले 48 घंटों के लिए इंटरनेट ठप हो सकता है. इंटरनेट यूजर्स के लिए अगले दो दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं. इस दौरान यूजर्स को वेबपेज एक्सेस करने या कोई ऑनलाइन ट्रांजेक्शंस करने में दिक्कत हो सकती है. इसके अलावा, अगर यूजर्स पुराने ISP का इस्तेमाल करते हैं, तो उन्हें ग्लोबल नेटवर्क एक्सेस करने में परेशानी होगी. हालांकि सिस्टम सिक्योरटी को अनेबल करके इस दिक्कत से बचा जा सकता है.
Russia Today की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले दो दिनों के लिए दुनियाभर के इंटरनेट उपभोक्ताओं को नेटवर्क कनेक्शन में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि इस दौरान ‘द इंटरनेट कॉरपोरेशन ऑफ़ असाइन्ड एंड नंबर्स’ (ICANN) मेंटेनेंस का काम करेगी. मेंटेनेंस के दौरान Cryptographic Key को बदला जायेगा, जो इंटरनेट की एड्रेस बुक या डोमेन नेम सिस्टम (DNS) को प्रोटेक्ट करती है. इस वजह से मेन डोमेन सर्वर और इससे जुड़ा नेटवर्क इंफ़्रास्ट्रक्चर कुछ समय के लिए बंद रहेगा.
जबकि दुनियाभर में क़रीब 130 स्थानों में इंटरनेट सर्वर मौजूद हैं. इसलिए सिक्योरटी अपडेट की वजह से इंटरनेट सेवाओं के बाधित होने के आसार कम ही हैं.
ग्लोबल इंटरनेट शटडाउन
‘द इंटरनेट कॉरपोरेशन ऑफ असाइन्ड एंड नंबर्स’ (ICANN) ने कहा है कि, साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए ये क़दम उठाया जा रहा है.
कम्युनिकेशंस रेगुलेटरी अथॉरिटी (CRA) के मुताबिक़, सुरक्षित, स्थिर और लचीला DNS बनाये रखने के लिए ग्लोबल इंटरनेट शटडाउन बेहद ज़रूरी है.
इक्रियर write in english की स्टडी के मुताबिक़, साल 2012 से 2017 के दौरान इंटरनेट बंद होने की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था को क़रीब तीन अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है.
‘ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन’ के मुताबिक़, साल 2015-16 में इंटरनेट बंद होने से भारत को 6,485 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था.