‘भगवान’ है या नहीं ? समाज में ये हमेशा से एक बहस का मुद्दा रहा है. कुछ लोगों की ईश्वर में असीम आस्था है, तो वहीं कुछ लोगों का मानना है कि दुनिया में भगवान नाम की कोई चीज़ ही नहीं है.

दुनिया में कई ऐसे चमत्कार होते हैं जिन पर विश्वास करना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे ही एक चमत्कार की बात सामने आई है, बिहार के बक्सर में स्थित एक मंदिर से, जहां आपको ये विश्वास हो जाएगा कि वास्तव में भगवान होते है.

ये बात हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि इस बात की पुष्टि वैज्ञानिक भी कर चुके हैं. बक्सर के राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी मंदिर में भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. तंत्र-मंत्र साधना के लिए ये बिहार का इकलौता और काफ़ी प्रसिद्ध मंदिर है. मंदिर में प्रधान देवी राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी के अलावा बंगलामुखी माता, तारा माता के साथ दत्तात्रेय भैरव, बटुक भैरव, अन्नपूर्णा भैरव, काल भैरव व मातंगी भैरव की मूर्तियां भी स्थापित हैं.

मंदिर में काली, त्रिपुर भैरवी, धुमावती, तारा, छिन्न मस्ता, षोडसी, मातंगड़ी, कमला, उग्र तारा, भुवनेश्वरी आदि दस महाविद्याओं की भी प्रतिमाएं हैं. इसी वजह से इस मंदिर के प्रति तांत्रिकों की अटूट आस्था है.

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कहा जाता कि आधी रात को जब भी कोई शख़्स इधर से गुज़रता है, तो उसे कुछ आवाज़ें सुनाई देती हैं. ये आवाज़ें मंदिर में स्थापित मूर्तियों से आती हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक ये किसी तरह का वहम नहीं है, बल्कि सच में मंदिर के अंदर से कुछ लोगों के बोलने की आवाज़ें आती हैं.

दरअसल इस बात की पुष्टि के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम भी बनाई गई थी, जिन्होंने रिसर्च करने के बाद कहा कि यहां पर कोई आदमी नहीं है. इस कारण यहां पर शब्द भ्रमण करते रहते हैं. वैज्ञानिकों ने यह भी माना, कि यहां पर कुछ न कुछ अजीब घटित होता है, जिससे कि यहां पर आवाज़ें सुनाई देती हैं.

ये मंदिर 400 साल पुराना है. प्रसिद्ध तांत्रिक भवानी मिश्र ने करीब 400 साल पहले इस मंदिर की स्थापना की थी. तब से आज तक इस मंदिर में उन्हीं के परिवार के सदस्य पुजारी बनते रहे हैं.

आस्था या धर्म से जुड़ी कई बातें हर रोज सामने आती रहती हैं. विश्वावास करना न करना ये लोगों पर निर्भर करता है. 

Source : palpalindia