श्री पंचदशानाम जूना अखाड़ा के महंत सुधीर मक्कड़ उर्फ़ गोल्डन पुरी बाबा इस साल भी अपने अनुयायियों के साथ मेरठ से कांवड़ लेकर निकले. उनकी यह यात्रा उनके सोने के गहनों की वजह चर्चा में रहती है. गोल्डन बाबा के काफ़िले में लग्ज़री कार भी मौजूद होती हैं.
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इस साल जब गोल्डन बाबा अपने अनुयायियों के साथ यात्रा पर निकलें, तो उनके बदन पर पिछले साल से कम सोना मौजूद था, आमतौर पर वह 20 किलो सोना पहनते हैं, लेकिन इस साल स्वास्थ्य के कारणों से उन्होंने 16 किलो सोना पहन रखा था. ANI से बात करते हुए हुन्होंने कहा,
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ख़राब सेहत की वजह से इस साल मैंने कांवड़ यात्रा में हिस्सा नहीं लेने वाला था, लेकिन कई उपासकों और कांवड़ियों ने ज़ोर दे कर मुझे कांवड़ लाने को कहा और प्रभु शिव की कृपा से मैं 26वीं कांवड़ यात्रा में शामिल हो रहा हूं.
गोल्डन बाबा जिन गहनों को पहनते हैं, उनमें ज़्यादातर चेन, लॉकेट, खुंदा, अंगूठी और ब्रेसलेट होती है. उनके अनुसार, ये सारे गहने दिल्ली के मशहूर ज्वेलर्स से बनवाए गए हैं और प्रत्येक का वजन500-750 ग्राम है. उनके पास एक रोलेक्स की घड़ी भी है, जिसकी कीमत 27 लाख के आसपास है.
शुरुआत में 2-3 ग्राम के गहने पहनता था लेकिन वर्तमान में मैं कई किलों सोना पहनता हूं. मैंने इसके लिए किसी से पैसे नहीं मांगे न ही कोई लोन लिया, इसे मैंन अपने पैसों से ख़रीदा है.
बाबा को देखने के लिए सड़कों पर हुजूम इकट्ठा हो जाता है, वो पुलिस सुरक्षा के घेरे में हर साल कांवड़ लाते हैं.