बीते रविवार को कोलकाता में गृह मंत्री अमित शाह ने दो रैलियां की थीं. इस दौरान रैली में ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो…’ के नारे लगे थे. अब इस मामले में बीजेपी के 3 कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार किया गया है. 

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दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह ने ‘नागरिकता संशोधन कानून’ को लेकर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार को लेकर कोलकाता में दो रैलियां की थीं. इस दौरान शाह ने शहर भर में कई अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत की. शाह की एक रैली में ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो…’ वाले भड़काऊ नारे सुनाई दिए. 

अमित शाह ने रैली को संबोधित करते हुए नागरिकता कानून के समर्थन में बात की और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर इस कानून को रोकने के लिए ‘दंगों को भड़काने’ और ‘ट्रेनों को जलाने’ का आरोप लगाया. इस रैली का एक वीडियो पुलिस के साथ लगा है जिसमें भगवा रंग के कपड़े पहने हुए और बीजेपी का झंडा लहराते हुए ‘उन सभी को गोली मार दो जो देश को धोखा दे रहे हैं’ नारे लगाते हुए दिख रहे हैं. 

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वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ न्यू मार्केट पुलिस स्टेशन में भड़काऊ नारे लगाने की शिकायत दर्ज कराई गई. जिसके बाद पुलिस ने तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार किया है. हालांकि, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. 

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कोलकाता में अमित शाह की रैली में लगे भड़काऊ नारे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. ये दिल्ली नहीं है, कोलकाता में ऐसे नारों को बर्दाश्त नहीं किये जायेंगे. मैं उन लोगों की निंदा करती हूं जिन्होंने कोलकाता की सड़कों पर नारे लगाए. इस मामले में कानून अपना काम करेगा. 

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बात दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के मंच से ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो…’ वाले भड़काऊ नारे लगाए गए थे. इसके बाद इस मामले को लेकर काफी विवाद भी हुआ था. 

हाल ही में दिल्ली हिंसा मामले में सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में बीजेपी नेताओं के विवादित भाषणों के वीडियो दिखाए गए थे. जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस को नोटिस भेज FIR दर्ज न किए जाने को लेकर जवाब तलब किया था. 

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इस मामले में सोमवार को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा और सांसद प्रवेश वर्मा के खिलाफ केस दर्ज करने की अर्जी पर सुनवाई की. इस दौरान राऊज कोर्ट ने आदेश 23 अप्रैल के लिए टाल दिया है. 

जानकारी दे दें कि शेख मुज्तबा फ़ारुख समेत कुल 10 लोगों ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की है. याचिका में भाजपा नेता कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के पर तत्काल मामला दर्ज करने की मांग की है.