हर साल देश की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए करोड़ों-अरबों के हथियार ख़रीदे जाते हैं, जिनमें मिसाइल से ले कर जेट, रॉकेट और मिसाइल लॉन्चर वगैरह शामिल रहते हैं.
इस साल सरकार इसी कड़ी में सैनिकों के सम्मान के लिए मेडल खरीदने का भी मन बना रही है. टाइम्स ऑफ़ इंडिया की ख़बर के मुताबिक, सैनिकों को सम्मान देने के लिए सरकार 28 करोड़ रुपये की लागत से 7.60 लाख मेडल खरीदने वाली है.
ख़बर के मुताबिक, मेडल्स की कमी के चलते पिछले साल भी सिपाही को नकली मेडल खरीदकर अपनी वर्दी पर लगाने को मजबूर थे.
किसी भी सिपाही के लिए मेडल की ख़्वाहिश इसी बात से समझी जा सकती है कि ‘नाम, नमक और निशान.’
पिछले साल 31 दिसम्बर को भी 16.82 लाख सर्विस मेडल की कमी की वजह से आर्मी, नेवी और एयरफ़ोर्स के जवान मेडल जीतने के बावजूद, दुकानों से नकली मेडल खरीदने को मजबूर थे.
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