यूनियन फ़ाइनेंस मिनिस्ट्री के Narcotic Department ने गांजे पर रिसर्च करने की मंज़ूरी दे दी है.


गांजे में मिलने वाले Cannabidiol (CBD) और Tetrahydrocannabinol (THC) पर शोध कार्य किया जाएगा.  

Times of India

रिपोर्ट्स के अनुसार, शोध के लिए गांजा लखनऊ के Central Aromatic Plants (CIMAP) और पंतनगर (उत्तराखंड) में उगाया जाएगा.


सेंटर के नोट के अनुसार, 
‘CSIR-CIMAP, Tetrahydrocannabinol (THC), Cannabidiol (CBD) और Cannabibioderpene पर शोध करना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने इस उगाने की अनुमति मांगी है.’  

Hello Sehat

इस नोट में ये भी कहा गया कि Low THC के ऐसे ड्रग्स विकसित किए जाएं जो इंडस्ट्री के काम आएं.


ये नोट सभी राज्य सरकारों को भेजा गया है. 

Guyana Times

CBD Cannabis के पौधे के फ़ाइबर से बनता है, जिसे आम भाषा में भांग कहते हैं. इसका प्रयोग Gels, Oils और Food Supplements में किया जाता है. इसका प्रयोग दवाईयों में भी होता है.


वो जो ‘High’ वाली फ़ीलिंग आती है न वो THC की वजह से आती है. 

इस ख़बर को लिखते-लिखते ही अति ख़ुशी हो रही है. अब बस इन जगहों पर जान-पहचान करनी है और लाइफ़ इज़ सेट.