गुजरात में कक्षा छ: से कक्षा आठ तक के बच्चे साइकल में पंचर लगाना सीखेंगे. ताकि इससे उनमें स्वरोजगार का कौशल विकसित हो सके. सिर्फ़ इतना ही नहीं, उन्हें कूकर ठीक करना, फ़्यूज़ बांधना, स्क्रू लगाना, कील ठोकना आदी भी सिखाया जाएगा.

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इस विषय में परिपत्र भी जारी की जा चुकी है. सरकारी परिपत्र के अनुसार पहली से पांचवी कक्षा तक के बच्चों के लिए ‘बाल मेला’ और उच्च प्राथमिक यानी छठी से आठवीं कक्षा तक बच्चों के लिए ‘कौशल मेला’ का आयोजन किया जाएगा. इन मेलों में और क्या-क्या होगा इसकी जानकारी भी परिपत्र मे दी गई है.

इस मेले के माध्यम से सरकार कौशल विकास कार्यक्रम के तहत बच्चों की स्किल डेवलपमेंट करना चाहती है. ऐसी छोटी-छोटी चीज़े स्वरोगजगार के लिए भी लाभदायक होती हैं.