ऑस्ट्रेलिया में एक रेस्टोरेंट मालिक ने एक गाय को उसकी पिछली टांगों पर लटकाकर विवाद खड़ा कर दिया है, लेकिन इस शख़्स का कहना है कि ये प्रयास गाय को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं है.

इस पिज़्जा रेस्टोरेंट के मालिक फ़ेडेरिको और मेलिसा जानवरों के राइट्स को लेकर बेहद गंभीर हैं और उन्होंने अपने फ़ैसले को सही ठहराया है. फ़ेडेरिको के मुताबिक, गाय और जानवरों के संरक्षण की बात करने वाले लोगों को पता होना चाहिए कि आखिर मीट तैयार करने में कितनी क्रूरता बरती जाती है. लोगों को फ़ार्मिंग इंड्रस्टी के बढ़ते औद्योगिकरण की तरफ़ ध्यान दिलाने के लिए भी इस गाय को ऐसे टांगा गया था.

एटिका रेस्टोरेंट के मालिक फ़ेडेरिको और मेलिसा का कहना है कि हम जो खाना लोगों को परोसते हैं उसे लेकर काफ़ी रिसर्च भी करते हैं. गौरतलब है कि एडिलेड शहर में मौजूद इस रेस्टोरेंट में मीट और डेयरी प्रॉडक्ट्स भी मिलते हैं.

फ़ेडेरिको गाय की इस तस्वीर को जानवरों के खिलाफ़ हो रही क्रूर हिंसा के खिलाफ़ एक प्रतीक के तौर पर भी देखते हैं. उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री को पूरी तरह कॉरपोरेट जैसा कर दिया गया है. उन्होंने कहा लोगों के दिमाग में गाय को लेकर एक बहुत खुशनुमा इमेज बनी हुई है और हम चाहते थे कि लोग सच्चाई से अवगत हों. इन हालातों में इस गाय को देखना यकीनन डिस्टर्ब करता है लेकिन आपको ये समझना होगा कि इससे भी भयंकर तरीके से इन्हें मारा जाता है.

वहीं इस घटना ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस को जन्म दे दिया है. जहां कुछ लोग फ़ेडेरिको के समर्थन में नज़र आए वहीं कई लोगों ने उनके इस कृत्य की तीखी आलोचना भी की.

एक शख़्स का कहना था कि अगर तुम्हारे पास एक वेज रेस्टोरेंट होता तो भी तुम्हारी बात में थोड़ा दम होता, चूंकि ऐसा नहीं है तो आपके द्वारा टांगी गई ये बेचारी गाय महज एक डेकोरेशन पीस की तरह साबित होती है और इससे आपकी हिप्पोक्रेसी भी झलकती है.

वहीं एक और यूज़र ने कहा कि ऐसे बेहद कम रेस्टोरेंट्स हैं जो ईमानदारी से ग्राहकों को बताना चाहते हैं कि उनका खाना किधर से आता है और बजाए इस रेस्टोरेंट की आलोचना के, हमें इन्हें समर्थन देना चाहिए क्योंकि ये हमारे ही फ़ूड को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं.

एक व्यक्ति के मुताबिक, हमें समझना होगा कि मीट कोई ऐसा खाद्य पदार्थ नहीं है जो सुपरमार्केट में मिलता है. इन जानवरों को तड़पाया जाता है और इनके साथ क्रूरता बरती जाती है, तब जाकर हमें मीट मिलता है और ये बेहद दर्दनाक है.

इस कपल का कहना था कि हमारे इस एक्शन के प्रति लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं, लेकिन वो ये समझने की कोशिश नहीं कर रहे हैं कि एनिमल राइट्स की परवाह करने के चलते ही हमने ये कदम उठाया है. हालांकि, खुशी इस बात की भी है कि हमें कई ऐसे मेसेज भी मिले हैं जो हमें सपोर्ट कर रहे हैं.