विविधताओं वाले देश भारत में धर्म के नाम पर हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं. नफ़रत के बीज बोए जा रहे हैं और सौहार्द के पेड़ काटे जा रहे हैं. इन हालातों में कुछ ऐसी कहानियां-क़िस्से दिल को तो छू ही लेते हैं, साथ ही इंसानियत पर विश्वास भी दृढ़ कर देते हैं.


ANI ने ट्वीट के ज़रिए ऐसे ही एक क़िस्से की चर्चा की,  

बिहार के नालंदा में एक ऐसा गांव है जहां कोई भी मुस्लिम नहीं है. मारी गांव के इस मस्जिद में पेन-ड्राइव से अज़ान होती है, शादी के बाद नवविवाहित जोड़े आशीर्वाद के लिए इस मस्जिद में आते हैं. 

गांववालों का कहना है कि ये मस्जिद काफ़ी पुरानी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मस्जिद की सफ़ाई की ज़िम्मेदारी गौतम महतो, अजय पासवान, बखोरी जमादार और अन्य लोगों ने उठा ली है.  

इस जानकारी के बाद ट्विटर सेना की प्रतिक्रिया- 

देश में जब तक ऐसे लोग हैं, नफ़रत के पेड़ नहीं बढ़ेंगे.