कुछ दिनों पहले UP के छात्रों की प्रतिभा यूपी बोर्ड की कॉपियों में हमने बख़ूबी देखी और हम थोड़ा निराश भी हुए. पर ऐसा नहीं है कि इस प्रदेश में कोई बदलाव नहीं आया है. सरकार और पुलिस की कोशिशों से एक अनोखा बदलाव सामने आया है. यहां के गुंडे-मवाली, ख़ूनी, गैंग्स्टर, एनकाउंटर से बचने के लिए सीतापुर ज़िले के लहरपुर कोतवाली पुलिस में हाज़िरी लगाने लगे हैं. कुछ तो थाने के प्रांगण में सो भी जाते हैं.

ANI से बातचीत में सीतापुर के एसपी, आनंद कुलकर्णी ने बताया,
लहरपुर कोतवाली क्षेत्र के अपराधी पुलिस स्टेशन में हाज़िरी देने लगे हैं. कुछ अपराधी तो रुककर पुलिस को जांच में सहायता भी कर रहे हैं. उन्होंने अपराध से तौबा करने की प्रतिज्ञा ली है और पुलिस महकमे में आये बदलाव की सराहना भी करते हैं.
यहां ये बताना ज़रूरी है कि ये वही अपराधी हैं जो किसी की भी हत्या या कहीं भी लूट-पाट करने से बाज़ नहीं आते थे. यही नहीं, इन्हें पुलिस का डर भी नहीं था.
योगी सरकार के गठन के बाद हालात पहले से बेहतर हुए हैं. सीएम ने पुलिस को अपराधियों से डील करने के लिए खुली छूट दे रखी है.

यूपी सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 20 मार्च 2017 से 31 जनवरी, 2018 के बीच यूपी पुलिस ने 1,144 एनकाउंटर किए, जिसमें 34 अपराधियों की मौत हो गई औ 2744 को हिरासत में लिया गया. इन एनकाउंटर में 4 पुलिसवाले शहीद हुए और 247 ज़ख़्मी हुए. ये एनकाउंटर आगरा, मेरठ, लखनऊ, इलाहाबाद, बरेली, गोरखपुर, कानपुर और वाराणसी में किए गए.
एनकाउंटर की लिस्ट में मेरठ सबसे ऊपर है, जहां 449 एनकाउंटर में 22 अपराधियों को मार गिराया गया, 155 ज़ख़्मी हुए और 985 को हिरासत में लिया गया.
यूपी बदल रहा है, ये जानकर ख़ुशी ही हो रही है. उम्मीद है धीरे-धीरे ये प्रदेश पूरी तरह अपराध-मुक्त हो जायेगा.